विनय एक्सप्रेस समाचार,जयपुर। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने मंगलवार को महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा स्मार्ट विलेज इनिशिएटिव के अन्तर्गत गोद लिये गये मदार गांव का दौरा किया। राज्यपाल ने यहां किसान संगोष्ठी में सम्बोधित करते हुए कहा कि मदार गांव में किये गये विकास कार्यों का मॉडल राज्य पोषित 28 विश्वविद्यालयों में सर्वश्रेष्ठ है।
इसके लिए उन्होंने कुलपति डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ सहित विश्वविद्यालय टीम को बधाई दी।राज्यपाल श्री मिश्र ने जल संरक्षण,कृषि वानिकी, कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि कृषक उत्पादक संगठन बनाकर गांव में स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव में स्वच्छता बनाए रखने के साथ स्वास्थ्य जागरूकता के लिए भी सभी को मिलकर कार्य करने की जरूरत है।राज्यपाल श्री मिश्र ने मदार गांव में आयोजित कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस दौरान उन्होंने वहां स्थापित रोबोट से एमपीयूएटी की नवीन तकनीकी की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण, जैविक खेती, उद्यानिकी की तकनीकों, मशरूम, पोषक उत्पाद, छात्रों द्वारा तैयार विभिन्न खाद्य उत्पाद आदि के बारे में रुचिपूर्वक जानकारी ली। इसके उपरान्त, कुलाधिपति ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मदार में स्थापित सौर ऊर्जा वृक्ष का अवलोकन किया। उन्होंने इसी प्रकार के और सौर ऊर्जा वृक्ष स्थापित करने का सुझाव भी दिया।राज्यपाल श्री मिश्र ने इस अवसर पर चयनित कृषकों को विभिन्न कृषि आदान – सोलर कुकर एवं लाईट, प्रो-ट्रे, व्हील-हो, पौध, प्रतापधन मुर्गी के चूजे इत्यादि प्रदान किये। उन्होंने गांव के किसानों से सीधा संवाद भी किया। विधायक श्री प्रताप लाल भील ने कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के खेल प्रांगण की चार दीवारी हेतु विधायक मद से 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की। राज्यपाल श्री मिश्र ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मदार के सभागार का शिलान्यास भी किया। इसके लिए आई.आई.एफ.एल. की श्रीमती मधु जैन ने 40 लाख रुपए देने की स्वीकृति दी है। उन्होंने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को टेबलेट एवं कम्प्यूटर भी भेंट किये। कुलपति डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने अपने सम्बोधन में स्मार्ट विलेज में करवाए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम में 700 से अधिक कृषक एवं महिला
कृषक, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, विश्वविद्यालय के प्रबन्ध मण्डल के सदस्य एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।