विनय पत्रिका समाचार, जयपुर। वन मंत्री श्री हेमाराम चौधरी ने गुरूवार को विधान सभा में कहा कि विभाग द्वारा लगाये गये पौधों में जीवित एवं नष्ट हुए पौधों की जांच के लिए कमेटी बनी हुई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पौधों के संबंध में यदि कोई लिखित शिकायत प्राप्त होती है तो विशेष कमेटी का गठन कर जांच करवा ली जाएगी।
श्री चौधरी ने प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में सदस्य द्वारा पूछे पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि फलौदी, जैसलमेर और बाड़मेर में सौलर प्लांट लग रहें हैं। जिन कंपनियों द्वारा यह प्लांट लगाए जा रहें है उन्हें निर्देशित किया जाएगा की वे अधिक से अधिक पौधारोपण करें। साथ ही, इस संबंध में सभी कंपनियों को पाबंद भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ वर्षों में पश्चिमी राजस्थान में अधिक पौधारोपण हुआ है, जिसमें वन विभाग के साथ ही आम लोगों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
इससे पहले श्री चौधरी ने विधायक श्री पब्बाराम के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि विधान सभा क्षेत्र फलौदी में वन विभाग द्वारा पौधारोपण का कार्य टेंडर द्वारा नहीं किया गया है बल्कि पौधारोपण का कार्य ग्राम्य वन सुरक्षा एवं प्रबन्ध समिति (वी.एफ.पी.एम.सी.) द्वारा किया गया है।
उन्होंने विधान सभा क्षेत्र फलौदी में वन विभाग द्वारा विगत दो वर्ष 2020 21 तथा 2021 22 (फरवरी माह तक) में लगाये गये पौधे, जीवित पौधे एवं नष्ट हुए पौधों का स्थलवार विवरण और वी.एफ.पी.एम.सी. को किया गये भुगतान का विवरण सदन के पटल रखा।