जिले के 39 दिप्व्यांजनों को सरकार से मिली निशुल्क स्कूटी : राज्य सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध-स्वायत्त शासन मंत्री

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राज्य सरकार विशेष योग्यजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं व इसी को केन्द्र में रखकर ऐसे नागरिकों के लिए शिक्षा, रोजगार एवं उनके विकास के लिए अनेक योजनाऐं शुरू की हैं।

स्वायत्त शासन मंत्री शनिवार को कोटा जिले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा कलक्ट्रेट में आयोजित विशेष योग्यजन स्कूटी वितरण कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य प्रत्येक नागरिक के हितों को ध्यान में रखकर विकास परक योजनाऐं शुरू कर सफलता से क्रियान्यवन करना है ताकि उन्हें समय पर लाभ मिल सके। सरकार द्वारा प्रदेशभर में दिव्यांगों का सर्वे करवाकर उन्हें किसी ना किसी योजना से लाभान्वित किया जा रहा है जिनमें वे शिक्षा प्राप्त करने से लेकर अपनी आजिविका चलाने तक के कार्य के लिए आत्मनिर्भर हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिव्यांगों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए दो महाविद्यालय स्थापित किये जा रहे हैं जिनमें गुणवत्तपूर्ण शिक्षा प्राप्त की जा सकेगी। दिव्यांगों के लिए शैक्षणिक संस्था संचालित कर रही समितियों में कार्यरत शिक्षकों को शत प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।

स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि स्कूटी वितरण का कार्य शुरू कर राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। इससे दिव्यांग शिक्षा प्राप्त करने आ-जा सकेंगे तथा उन्हें अपना रोजगार स्थापित करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर विकलांग सेवा संस्थान द्वारा पिछले दिनों जिले में 3 हजार दिव्यांग नागरिकों को सहायक उपकरण प्रदान किये थे। जिससे वे परिवार पर बोझ नही बल्कि सहयोगी बनकर कार्य कर सके। उन्होंने कहा कि सर्वे के आधार पर जिले में 5 हजार दिव्यांग जनों को निशुल्क स्कूटी वितरण का कार्य किया जायेगा जिससे कोई भी दिव्यांग योजना के लाभ से वंचित नहीं रहे।

जिला कलक्टर हरिमोहन मीना ने कहा कि स्कूटी मिलने से दिव्यांगजन को अब अपनी आजीविका चलाने से लेकर अपनी दिनचर्या एवं शिक्ष प्राप्त करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा शुरू किये गये नवाचार ऑपरेशन संबल अभियान की बदौलत जिले में 6478 नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा चुका है। उन्होंने बताया के सिपड़ा योजना के तहत शहर के सभी राजकीय कार्यालयों को दिव्यांग फ्रेंडली भी बनाया जायेगा। उप निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ओमप्रकाश तोषनीवाल ने बताया कि सभी पात्र दिव्यांग जनों को निशुल्क स्कूटी प्रदान की जा रही है।

इस अवसर पर संभागीय आयुक्त दीपक नंदी, महापौर कोटा उत्तर मंजू मेहरा, कोटा दक्षिण राजीव अग्रवाल, उपमहापौर सोनू कुरेशी, पवन मीणा, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, अतिरिक्त कलक्टर सिलिंग एसएन आमेठा, यूआईटी के विशेषाधिकारी आरडी मीना, सचिव राजेश जोशी, बाल कल्याण समिति के सदस्य अरूण भार्गव सहित गणमानय नागरिक उपस्थित रहे।

स्कूटी पाकर खिले चेहरे-

स्वायत्त शासन मंत्री द्वारा कार्यक्रम में 39 दिव्यांगजनों को राज्य सरकार की विशेष योग्यजन स्कूटी वितरण योजना में निःशुल्क स्कूटी का वितरण किया तो जिलेभर से आये दिव्यांगजन एवं परिजनों के चेहरे खिल उठे। अतिथियों द्वारा दिव्यांग जनों को माला पहनाकर स्वागत किया गया तथा स्कूटी की चाबी सौंपी गयी तो हर्षोल्लास से स्कूटी पर सवार होकर घर के लिए रवाना हुए। दिव्यांग जनों द्वारा अतिथियों एवं राज्य सरकार का आभार जताकर स्कूटी मिलने से जीवन में आने वाले परिवर्तन की जानकारी देकर सरकार एवं जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया गया।

दरा स्टेशन पर ई-मित्र संचालित करने वाले इरफान कुरैशी ने बताया कि अब उसे घर से आने-जाने के लिए किसी का इंतजार नहीं करना पडे़गा तथा अपना कार्य अच्छे से कर सकेगा। सांगोद के ग्राम खजूरी निवासी सुनिता सुमन ने बताया कि वह राजीविका के माध्यम से दिव्यांग जनों की सहायता करती है अब यह कार्य पूरी तत्परता से कर सकेंगी। रामगंजमड़ी के ग्राम नूरपुरा निवासी कविता मेघवाल ने बताया कि वह गांव से झालावाड़ कॉलेज में पढने जाती है, जिसके लिए परिजनों पर निर्भर थी, कविता ने बताया कि स्कूटी मिलने से बीए तृतीय वर्ष के साथ अब आगे की पढाई के लिए आने-जाने के लिए किसी पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। इसी प्रकार कनवास के ललित कुमावत ने बताया कि उसका आगे की पढाई एवं आत्म निर्भर बनने का सपना साकार हो सकेगा।