जयपुर द्वितीय, 15 अप्रैल। सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अपेक्षित चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध होने में देरी के कारण उनकी मौत हो जाती है। साथ ही पुलिस कार्यवाही में उलझन के डर से आमजन घायल व्यक्ति की मदद करने से पीछे हट जाते हैं। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने पर उसकी जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल पहुंचाने वाले गुड सेमेरिटन यानी मददगार नागरिक को मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना के तहत बतौर प्रोत्साहन पाँच हजार रुपये का इनाम और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को लोग इस डर से हाथ नहीं लगाते कि उन्हें कहीं पुलिस जांच का सामना नहीं करना पड़े और उनका नाम गवाह आदि में शामिल नहीं हो जाए। जबकि घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल पहुंचाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है।
उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना में पीड़ितों की मदद के लिए आगे आने वाले नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना के अंतर्गत ऐसे लोगों को गुड सेमेरिटन यानी मददगार नागरिक मानते हुए उन्हें पांच हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया जाएगा। कोई भी गुड सेमेरिटन हो सकता है चाहे वह सरकारी सेवक हो या फिर आम आदमी।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तत्काल अस्पताल पहुंचा कर उसे चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास करें। घायल को अस्पताल पहुंचाने के बाद अस्पताल द्वारा उसकी सूचना सीएमएचओ कार्यालय एवं चिकित्सा विभाग के निदेशालय में दी जाएगी।