विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अभय कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को समर्पित सड़क सुरक्षा कोष से पुलिस विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग से संबंधित अनुमोदित गतिविधियों पर व्यय एवं क्रियान्वयन के संबंध में समीक्षा बैठक हुई। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये बैठक में श्री कुमार ने सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए आमजन को विभिन्न माध्यमों से जागरूक कराने, नियमों की अवहेलना करने वालों पर सख्त कार्यवाही कराने सहित कई निर्देश दिये।
श्री कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए निरंतर समीक्षा की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओवरलोडिंग और ओवरक्राउडिंग वाहनों पर सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायें। उन्होंने ऐसे रूट चिंहित कर कार्यवाही कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बड़े व्यावसायिक वाहन संचालकों को पाबंद किया जाये कि वे अपने चालक-परिचालकों से परिवहन नियमों की पालना करायें।
उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को कहा कि जल्द से जल्द प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को प्राइमरी ट्रॉमा सेंटर में अपग्रेड किया जायें, ताकि सड़क दुर्घटना में घायलों का नजदीक में ही तुरंत उपचार हो सके। साथ ही सड़क दुर्घटना होने पर मौके पर तुरंत चिकित्साकर्मी का पहुंचना भी सुनिश्चित किया जाये। एनएचएआई द्वारा एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) टेक्नोलॉजी बेस्ड एंबुलेंस ही इस्तेमाल में लाने के निर्देश दिये।
एसीएस ने सड़क दुर्घटना में घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर जिंदगी बचाने वाले गुड सेमेरिटन (भले मददगार) को मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना के तहत प्रोत्साहन राशि और प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सुनिश्चित किया जायें कि सम्मान उन्हें समयबद्ध प्राप्त हो जाये। जागरूकता के लिए गैर सरकारी संगठनों के सहयोग लेने के लिए कहा।
बैठक में परिवहन आयुक्त श्री कन्हैया लाल स्वामी ने परिवहन अधिकारियों को सभी विषयों पर जल्द कार्यवाही करने के निर्देश दिये। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, यातायात श्री वी.के. सिंह ने कहा कि हमें मिलकर सुनिश्चित करना होगा कि भारतीय मानक ब्यूरो से प्रमाणित हेलमेट ही वाहन चालक इस्तेमाल में लेवें। इसके लिए पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा प्रवर्तन की सख्त कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. पृथ्वी राज, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव श्री इकबाल खान सहित परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।