केरल, तमिलनाडु, पंजाब के मसाले बने आकर्षण के केन्द्र, तीन दिन में 30 लाख रूपए के मसालों की बिक्री
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। जयपुरवासियों की पसंद बने राष्ट्रीय सहकार मसाला मेले-2022 में मसालों की जमकर खरीददारी हो रही है। तीन दिन में ही करीब 30 लाख रुपये के मसालों सहित अन्य सामग्री की बिक्री हो चुकी है। जवाहर कला केंद्र में 30 अप्रेल से आयोजित हो रहा यह मेला 09 मई तक चलेगा। यह जानकारी सोमवार को उपभोक्ता संघ के प्रबंध निदेशक श्री वी.के. वर्मा ने दी।
उन्होंने बताया कि मेले में जयपुरवासी बड़ी मात्रा में अपनी आवश्यकता के अनुसार साबुत एवं पिसे मसालों की खरीद कर रहे हैं। मथानिया एवं खण्डार की लाल मिर्च, धनिया (रामगंज मंडी), राजसमंद का नेचुरल शर्बत एवं मेवाड़ी अचार के प्रति लोगों में जबरदस्त क्रेज है।
श्री वी.के. वर्मा ने बताया कि इस बार मेले में इरोड़ की हल्दी, चैन्नई की मुण्ड मिर्ची, सांभर मसाला, केरल की दालचीनी, कालीमिर्च, लौंग, काजू, बनाना चिप्स उपलब्ध हैं। मेले में इन सभी उत्पादों की बिक्री को देखते हुए तमिलनाड़ु एवं केरल से इन उत्पादों का अतिरिक्त स्टॉक मंगवाया जा रहा है। मेले में पंजाब के रेडी टू इट प्रोडक्ट की डिमांड बनी हुई है। उन्होंने बताया कि मेले में नागौर की सूखी सब्जियां जैसे कैर, सांगरी, कुमटी, काचरी एवं टिण्डा के अलावा देशी जीरा, पान मैथी, हरी दाना मैथी, पीली दाना मैथी व रोस्टेड अलसी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि पलसाना (सीकर) समिति द्वारा प्याज, धानी, भूंगड़े तथा पिसे मसाले उपलब्ध कराये जा रहे हैं। आबूरोड के स्टॉल पर सौंफ विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। मेले में सोजत की मेहन्दी भी उपलब्ध है।
श्री वर्मा ने बताया कि जोधपुर सहकारी उपभोक्ता भंडार द्वारा उपभोक्ताओं को राबोड़ी, केर, सांगरी, कुमठिया, पचकूटा सहित एगमार्क मसाले, मेले में किचन वीयर, उदयपुर भंडार द्वारा ठण्ड़ाई एवं सूखे मेवे की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि मेले में आंगुतकों के लिए पार्किंग सुविधा निःशुल्क है तथा फूड कोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध है।