टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में ब्लास्ट:धमाके की आवाज से दहशत; खाली कराया गया परिसर; टाटा प्रबंधन ने कहा- सब नियंत्रण में

विनय एक्सप्रेस समाचार, जमशेदपुर। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम में स्थित टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट में अचानक आग लग गई। शनिवार की सुबह करीब 10.20 बजे जोरदार ब्लास्ट हुआ, जिससे प्लांट में आग लग गई। कंपनी के कोक प्लांट के बैटरी नंबर 6 में यह हादसा हुआ। इसमें गैस रिसाव होने लगा। घटना के बाद पूरे एरिया में अफरा-तफरी मच गई। इसमें 2 ठेका कर्मचारी जख्मी हुए हैं।

ब्लास्ट इतना जोरदार था कि आरएमएम, सिंटर प्लांट वन और टू में भगदड़ मच गई। सारे कर्मचारियों को आपात हालात में बाहर निकाला गया। इसके बाद कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। आसपास के परिसर को खाली करा दिया गया।

कंपनी प्रबंधन ने कहा कि कोक प्लांट की बैटरी में विस्फोट हुआ था। फायर टेंडर तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। 2 संविदा कर्मचारियों को मामूली चोटें आईं हैं और एक कर्मचारी ने सीने में दर्द की शिकायत की है, उनकी हालत स्थिर है।

वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घटना को लेकर कहा कि जमशेदपुर में टाटा स्टील प्लांट में ब्लास्ट होने की खबर मिली है। जिला प्रशासन, टाटा स्टील प्रबंधन के साथ सामंजस्य बनाकर घायलों के त्वरित इलाज हेतु कार्रवाई कर रहा है।

ब्लास्ट के बाद मची भगदड़
ब्लास्ट इतना जोरदार था कि आरएमएम, सिंटर प्लांट वन और टू में भगदड़ मच गई। सारे कर्मचारियों को आपात हालात में बाहर निकाला गया जहां से उनको सुरक्षित स्थान ले जाया गया। पूरी जगह को खाली करा दिया गया। घायल कर्मचारियों को हल्की चोटें आई हैं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। उसका इलाज टाटा मुख्य अस्पताल में चल रहा है।

शहर में सुनी गई आवाज
कंपनी परिसर में विस्फोट की आवाज साकची, काशीडीह, एग्रीको समेत गोलमुरी, बर्मामाइंस और बारीडीह जैसे इलाके में सुनी गई। कुछ देर के लिए शहर के लोग दहशत में आ गए और सहम गए। कंपनी के अंदर विस्फोट होने के बाद साकची और बर्मामाइंस क्षेत्र में लोगों की भीड़ लग गई। तीन साल पहले भी टाटा स्टील के एच ब्लास्ट फर्नेस में जोरदार धमाके के साथ गैस का रिसाव हुआ था और आग लग गई। इस विस्फोट से आसमान में आग और धुंआ निकलने लगा। कंपनी प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि हालात को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है।

कंपनी के बड़े अफसर पहुंचे
कर्मचारियों को प्लांट से बाहर निकाल दिया गया है। गैस रिसाव को रोकने का प्रयास चल रहा है। इस घटना के बाद कंपनी के आला अधिकारी मौके वारदात पर पहुंच चुके हैं। मामले की छानबीन की जा रही है। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल प्लांट में फिर से प्रोडक्शन तत्काल शुरू की जाए, इसके लिए भी कोशिशें शुरू की गई है। प्लांट के बैटरी संख्या 6 में आई खराबी का असर दूसरी बैटरी पर हुआ।