जरूरतमन्दों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाएं – अशोक गोयल
विनय एक्सप्रेस समाचार,जैसलमेर। र्महिला अधिकारिता विभाग के अन्तर्गत सम ब्लॉक की साथिनों की बैठक बुधवार को बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय, सम में विभागीय उप निदेशक अशोक कुमार गोयल की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
उन्होंने साथिनों के मासिक प्रतिवेदन के साथ-साथ ग्राम पंचायत स्तर पर उनके द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। गोयल ने साथिनों से कहा कि वे दायित्व निर्वहन के व्यापक धरातल पर काम करें और जरूरतमन्द ग्रामीणों को उनके लाभ की सरकारी योजनाओं से जोड़कर विकास की मुख्य धारा में लाएं और माली हालत सुधारने में मददगार बनें। इसके साथ ही बाल विवाह रोकथाम और सामाजिक कुरीतियों के निराकरण में भी प्रेरक सहभागिता निभाएं।
बाल विवाह के समूल उन्मूलन में आगे आएं
जिला समन्वयक रीना छंगानी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ ही बेटियों को हर क्षेत्र में आगे लाकर आत्मनिर्भर एवं स्वाभिमानी सुनहरे भविष्य के लिए भी निरन्तर प्रयास करने का आह्वान साथिनों से किया। उन्होंने यह भी कहा कि बाल विवाह के समूल उन्मूलन के लिए निर्भीकतापूर्वक स्वयं आगे आकर शिकायत करें।
उन्होंने साथिनों से कहा कि वे शिक्षा से वंचित बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने तथा स्कूलों में हर माह स्वच्छता अभियान चलाने के लिए भी पहल करें।
सम ब्लॉक समन्वयक कपिल कुमार पाराशर, ब्लॉक परियोजना सहायक मठार खान, महिला पर्यवेक्षक इन्द्राकुमारी, पिरामल फाउण्डेशन से प्रियंका कोठारी एवं क्षिप्रा सोनी ने भी साथिनों की अहम् भूमिका को सराहा।
जीवन कौशल विषयक प्रशिक्षण
इस दौरान पिरामल फाउण्डेशन की ओर से जीवन कौशल गतिविधियों भरा मॉड्यूल साथिनों के साथ साझा किया गया। इससे बालिकाओं को अत्यन्त सरल एवं सहज माध्यमों का प्रयोग कर जीवन कौशल की विभिन्न् गतिविधियों में सहयोग प्राप्त हो सकेगा।
साथिनों को बालिकाओं में मानसिक स्वास्थ्य भावनाओं का प्रबन्धन, स्वस्थ जीवन , स्वछता का महत्व, सुरक्षा और सक्रिय नागरिकता जैसी महत्वपूर्ण जीवन कौशल गतिविधियों के व्यवहारिक प्रयोग के लिए प्रशिक्षण दिया गया। साथिनों की मासिक बैठक में कलक्टर री पाती (बधाई संदेश) का वितरण किया गया। इसे बेटी जन्म पर प्रदान किया जाता है।
बिटिया को सक्षम बनाएं
जिला समन्वयक रीना छंगानी ने बधाई संदेश में दी गई योजनाओं पर विस्तार से बताया और कहा कि संस्थागत प्रसव, बाल विवाह उन्मूलन, कोरोना जागरुकता आदि मुद्दों पर अभिभावकों में जागरुकता का संचार होगा। पिरामल फाउण्डेशन की टीम ने ‘‘सक्षम बिटिया’’ पेम्पलेट का वितरण किया। इसमें बेटी को पढ़ाने व सक्षम बनाने का संदेश दिया गया है।