विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। आगामी 2 अक्टूबर से शुरू होने जा रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान को लेकर जैसलमेर जिले में व्यापक स्तर पर प्रशासनिक एवं विभागीय तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है।
जिले भर में इस अभियान के बेहतर क्रियान्वयन एवं अधिक से अधिक जरूरतमन्दों एवं पात्र व्यक्तियों को अभियान से लाभान्वित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बहुद्देश्यीय एवं उपलब्धिमूलक रूपरेखा बनाई गई है।
जिले में प्रशासन गांवों के संग अभियान की तैयारियों की समीक्षा के लिए जिला कलक्टर आशीष मोदी की अध्यक्षता में जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभागार में आयोजित बैठक में प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों ने अब तक की गई तैयारियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
बैठक में प्रशासन गांवों के संग अभियान के जिलास्तरीय नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर हरिसिंह मीना, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण सहित उपखण्ड अधिकारियों,विभागीय अधिकारियों एवं अभियान से संबंधित अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
अधिकाधिक लोगों को करें लाभान्वित
जिला कलक्टर ने अभियान के उद्देश्यों के अनुरूप शिविरों का संचालन करते हुए लंबित कार्यों के निस्तारण, विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों में पात्रजनों को अधिक से अधिक संख्या में लाभान्वित करने, शिविरों से पूर्व प्री केंप के माध्यम से तैयारी एवं व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने आदि के लिए गंभीरतापूर्वक एवं समर्पित होकर दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए।
हर स्तर पर प्रभावी प्रबन्ध करें
जिला कलक्टर ने अधिकारियों से कहा कि शिविरों में सरकार की मंशा के अनुरूप नियमों व प्रावधानों की सीमाओं का पूरा-पूरा ध्यान रखते हुए कार्यवाही करें और हर शिविर की बेहतर उपलब्धि सामने लाएं। इसके साथ ही उन्होंने निर्धारित प्रपत्रों में दैनिक सूचनाओं का समय पर सम्प्रेषण करने, हर विभाग में अधिकारी स्तर का एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने, हैल्प लाईन तथा नियंत्रण कक्षों का विधिवत संचालन आरंभ करने, सरकारी दफ्तरों का राजस्व रेकड में अमल-दरामद करने, अतिक्रमणों के मामलों में फोटोग्राफ्स की अनिवार्यता, हर गतिविधि के बारे में स्पष्ट मंतव्य रखते हुए कार्यवाही करने आदि के निर्देश अधिकारियों को दिए।
एडीएम ने दिए व्यापक दिशा-निर्देश
प्रशासन गांवों के संग अभियान के जिलास्तरीय नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर हरिसिंह मीना ने अभियान से संबंधित दिशा-निर्देशों एवं आदेशों की विस्तार से जानकारी देते हुए सरकार के निर्देशों का अक्षरशः पालन करने अैर सूचनाओं के आदान-प्रदान के कार्य को गंभीरता से लेने पर जोर दिया और कहा कि हर शिविर से पहले संबंधित अधिकारीगण सम्पूर्ण पूर्व तैयारी कर लें तथ पूर्ववर्ती शिविरों को भी प्रभावी बनाएं ताकि जिले में आयोजित प्रत्येक शिविर अपेक्षित उपलब्धियों के साथ सफलता प्राप्त कर सके।
सफलता की कहानियों पर रखें फोकस
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने शिविर की उपलब्धियों के दस्तावेजीकरण पर बल दिया और कहा कि प्रत्येक शिविर से संबंधित ‘सफलता की कहानी’ जरूरी है। इस पर जिला कलक्टर आशीष मोदी ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस दिशा में गंभीर रहें तथा सफलता की कहानी सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय को उपलब्ध कराएं।