जिला कलक्टर आशीष मोदी ने की रबी सीजन में उर्वरक खपत, आंवटन और उपलब्धता की समीक्षा

परस्पर समन्वय के साथ वितरण प्रबन्धन को अपनाएं – मोदी

विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। रबी सीजन 2021-22 कृषि आदान बीज ऊर्वरकों की आपूर्ति, उपलब्धता एवं वितरण संबधित समीक्षा बैठक जिला कलक्टर आशीष मोदी की अध्यक्षता में हुई। इसमें कृषि, सहकारिता, पुलिस आदि विभागों के अधिकारियों एवं कृषि आदान संघ के सदस्यों ने भाग लिया ।

जिला कलक्टर ने जिले में ऊर्वरक आपूर्ति एवं वितरण की व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी ली और सहकारिता तथा निजी आदान संस्थाओं को जिले की मांग के अनुरूप पर्याप्त आपूर्ति की उपलब्धता बनाने के निर्देश दिए। बैठक में निर्देश दिए गए कि जिले में अब तक फॉस्फेटिक ऊर्वरकों की 10000 एमटी की मांग के विरूद्ध 2020 एमटी ऊर्वरक उपलब्ध है, इसलिए आगामी दिनों में जोधपुर रैक पांइट पर एनएफएल, कृभको एवं आईपीएल की लगने वाली रैकों से सहकारी संस्थाएं एवं निजी आदान विक्रेता संबधित क्षेत्रीय अधिकारी से सम्पर्क कर पर्याप्त ऊर्वरक आपूर्ति लेना सुनिश्चित करें, ताकि किसानों को बुवाई के समय ऊर्वरक सुगमता से उपलब्ध हो सके। जिला कलक्टर मोदी ने यह भी निर्देश दिए कि सीमित आपूर्रि्त की स्थिति में ऊर्वरकों की कालाबाजारी न हो, इसके लिए पुलिस, कृषि एवं सहकारिता विभाग परस्पर समन्वय बनाए रखते हुए  फील्ड स्तरीय कार्मिक और अधिकारी अपने क्षेत्राधिकार में सतर्क रहकर सही दरो पर राशनिंग से वितरण करवाया जाना सुनिश्चित कराएं।पॉस मशीन के माध्यम से ही करें ऊर्वरको का विक्रय

जिला कलक्टर ने ऊर्वरकों का वितरण पॉस मशीन के माध्यम से ही किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इन निर्देशों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं/संस्थाओं पर कार्यवाही अमल में लाएं।

विकल्प के तौर पर एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) का करें उपयोग

जिला कलक्टर ने निर्देश दिये कि कृषि एवं सहकारिता विभाग डीएपी ऊर्वरक के स्थान पर विकल्प के तौर पर एसएसपी(सिंगल सुपर फॉस्फेट) ऊर्वरक के उपयोग के लिए किसानों को अधिकाधिक जागरूक करें।  इसके प्रचार-प्रसार के लिए गांव वार  विशेष किसान गोष्ठियों का आयोजन कर पेम्पलेट वितरण किये जाएं और प्रशासन गांवों के संग शिविरों में इसका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि स्थायी आमदनी वाली  उद्यानिकी फसलें अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित कर बागवानी मिशन अन्तर्गत लाभान्वित करने पर विशेष जोर दें।