विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। अतिरिक्त जिला कलक्टर हरि सिंह मीना ने कहा है कि जैसलमेर कला-संस्कृति, साहित्य और पुरातत्व के साथ ही अनूठी एवं समृद्ध लोक परंपराओं का गढ़ रहने के साथ ही वैश्विक महत्व का पर्यटन केन्द्र रहा है जिसके प्रति देश और दुनिया के सैलानियों का आकर्षण है। इस समृद्ध परम्परा के बारे में और अधिक प्रचार-प्रसार, श्रव्य-दृश्य माध्यमों से डॉक्यूमेंटेशन एवं प्रदर्शन पर जितना अधिक जोर दिया जाएगा, उतना पर्यटन विकास को सम्बल प्राप्त होगा।अतिरिक्त जिला कलक्टर मीना ने गड़ीसर सर्कल स्थित मरु संग्रहालय एवं सांस्कृतिक केन्द्र का अवलोकन करते हुए यह उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने एक शिक्षक के एकल एवं ऎतिहासिक प्रयासों से स्थापित मरु संग्रहालय के संस्थापक वयोवृद्ध इतिहासकार एवं लोक संस्कृति मर्मज्ञ नन्दकिशोर शर्मा के योगदान को सराहनीय एवं अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि उनका यह कार्य सदियों तक जैसलमेर की थातियों का गौरवगान करता रहेगा।
संग्रहालय संस्थापक नन्दकिशोर शर्मा ने मरु म्युजियम में प्रदर्शित इतिहास, कला-संस्कृति एवं साहित्य, परंपराओं, छायाचित्रों, धात्विक एवं मृण शिल्प, विलक्षण हस्तकला उत्पादों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए संग्रहालय का अवलोकन कराया।अतिरिक्त जिला कलक्टर ने संग्रहालय के कठपुतली शो हॉल में कठपुतली शो देखा तथा नियमित रूप से रोजाना कठपुतली प्रदर्शन के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कठपुतली कलाकारों से बातचीत की और कठपुतली निर्माण से लेकर प्रदर्शन तक की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेते हुए कलाकारों को नगद पुरस्कार से सम्मानित भी किया।