विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के शिविर ग्रामीणों के लिए मन की मुराद पूरी करने वाले धाम के रूप में लोकप्रियता पाते जा रहे हैं। यही कारण है कि ये शिविर ग्राम्यांचलों में राहत और लोक मंगल के उत्सव के रूप में अपनी पहचान कायम करते जा रहे हैं और ग्रामीणों की भागीदारी का ग्राफ उत्तरोत्तर बढ़ने लगा है।
ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित इन शिविरों में ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र कल्याण एवं विकास से जुड़े 22 विभागों के कार्यों का संपादन और समस्याओं के निस्तारण का दौर बना हुआ है। एक ही छत के नीचे अपने सारे सोचे हुए कामों के पूरा होने की खुशी ग्रामीणों के चेहरों से अच्छी तरह पढ़ी जा सकती है।
शिविरों में कई सारे काम ऎसे हो रहे हैं जिन्हें ऎतिहासिक उपलब्धि के तौर पर देखा जा सकता है। बरसों से अटके हुए कामों के पूरा होने से खुश ग्रामीणों का मानना है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन के निर्देशों पर प्रशासन गांवों के संग अभियान के शिविर आम ग्रामीणों के लिए वरदान बने हुए हैं। खासकर गरीबों और जरूरतमन्दों के लिए ये शिविर समस्याओं से मुक्ति के साथ ही विकास की राह दिखाने वाले सिद्ध हो रहे हैं।
जैसलमेर जिले के पोकरण उपखण्ड अन्तर्गत भणियाणा पंचायत समिति के तेलीवाड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर में 65 साल की आयु में आवासीय पट्टा मिला।
शिविर में तेलीवाड़ा निवासी श्री नूर मोहम्मद पुत्र श्री इमाम खां ने शिविर प्रभारी, उपखण्ड अधिकारी श्री राजेश कुमार के समक्ष उपस्थित होकर अपनी बात कहते हुए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया और आवासीय पट्टा चाहा। शिविर प्रभारी के निर्देश पर ग्राम पंचायत द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए सारी औपचारिकताएं कुछ ही समय में पूरी कर पट्टा तैयार कर दिया।
शिविर में उपखण्ड अधिकारी श्री राजेश कुमार, तहसीलदार श्री शंकराराम गुजर एवं सरपंच श्री उमरदीन की मौजूदगी में पट्टा पाकर श्री नूर मोहम्मद खुश हो उठे। उन्होंने अपने दिली ज़ज़्बात पेश करते हुए राजस्थान सरकार और जिला प्रशासन के साथ ही शिविर आयोजन से जुड़े अधिकारियों एवं कार्मिकों का आभार जताया और कहा कि आज उन्हें पट्टा पाकर इतनी खुशी मिली है कि उसे बयां नहीं किया जा सकता।
श्री नूर मोहम्मद ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के छायाचित्र वाले सेल्फि पोइंट पर फोटो खिंचवाया और उत्साह में भर कर कहा – आज मेरा काम हुआ मैं खुश हूँ।