जिला स्तरीय बैंकर्स समीक्षा एवं सलाहकार समिति की बैठक में विविध गतिविधियों पर विस्तार से संवीक्षा
विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर।अतिरिक्त जिला कलक्टर हरिसिंह मीना ने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं को गम्भीरता से लेते हुए इनमें फरवरी माह के अंत तक ऋण वितरण कर शत-प्रतिशत उपलब्धित अर्जित करावे। उन्होंने लीड बैंक अधिकारी को निर्देश दिए कि जो बैंकर्स इसमें ऋण वितरण की कार्यवाही नहीं करते हैं, उनके विरूद्ध उच्च स्तरीय अधिकारियों को लिखे। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों के उत्थान एवं स्वरोजगार के लिए योजनाएं संचालित की है, यदि इसमें बैंकर्स समय पर उपलब्धि हासिल नहीं करता है, यह बहुत ही गम्भीर बात है।
उन्होंने उद्योग, खादी, अनुजा निगम, राष्ट्रीय शहरी रोजगार कार्यक्रम के लक्ष्यों एवं उसमें उपलब्धि की समीक्षा की तो पाया कि सभी योजनाओं में बहुत ही कम प्रगति हुई है। उन्होंने रिजर्व बैंक के अधिकारी को कहा कि वे इसकों गम्भीरता से लेकर सम्बन्धित बैंक को पाबंद कर अतिशीघ्र ऋण वितरण की कार्यवाही करावे, ताकि पात्र लोग ऋण प्राप्त कर अपना स्वरोजगार चालू कर सके।
अतिरिक्त जिला कलक्टर मीना ने जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय बैंकर्स एवं सलाहकार समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में सहायक महाप्रबन्धक रिजर्व बैंक एचएस राठौड़, लीड बैंक अधिकारी सी.एस.गर्ग, नाबार्ड के जिला प्रबन्धक डॉ. दिनेश प्रजापत, सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया, उपनिदेशक महिला अधिकारिता अशोक कुमार गोयल के साथ ही सम्बन्धित विभागीय अधिकारी एवं विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबन्धक उपस्थित थे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने खादी विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे खादी की अनुदानित योजनाओं में सम्बन्धित बैंकर्स में जहां आवेदन भेजे है, उनमें व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क कर ऋण वितरण की कार्यवाही करावे। उन्होंने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भी वितीय वर्ष की समाप्ति का माह है इसलिए वे भी उनके द्वारा ऋण स्वीकृति के लिए भेजे गए आवेदन पत्रों में ऋण वितरण की कार्यवाही बैंकर्स से करवाना सुनिश्चित करे।
उन्होंने शहरी आजीविका मिशन में स्वयं सहायता समूहों को भी अधिक से अधिक बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध करवाने पर बल दिया, ताकि ऐसे स्वयं सहायता समूह अपना व्यवसाय करके आय के अर्जन को बढ़ाएं।
उन्होंने बैठक के दौरान वार्षिक साख योजना 2021-22 पर भी विस्तार से समीक्षा की एवं विभिन्न सेक्टरों में दिए गए ऋण वितरण पर भी चर्चा की। उन्होंने बैंक अधिकारियों को कहा कि वे रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित नोर्मस के अनुसार साख जमा अनुपात अर्जित करावे। उन्होंने कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध कराने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जिन बैंकों का साख जमा अनुपात कम है, उन्हें बढ़ाने के प्रयास करावें। उन्होंने प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना के साथ ही प्रधानमंत्री जन-धन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना की भी समीक्षा की एवं इसमें भी अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
रिवर्ज बैंक के सहायक महाप्रबन्धक हरीसिंह राठौड़ ने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के प्रति गम्भीरता दिखावें एवं हर हाल में शत्-प्रतिशत ऋण वितरण की कार्यवाही करावे, अन्यथा उनके विरूद्ध उच्च अधिकारियों को कार्यवाही के लिए लिखा जाएगा।
बैठक में लीड बैंक अधिकारी सी.एस. गर्ग ने बैंकर्स गतिविधियों के साथ ही वार्षिक साख योजना 2021-22 की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में कृषि अधिकारी छुगसिंह, जिला प्रभारी खादी ग्रामोद्योग प्रेमचन्द राठौड, एनयूएलएम के परियोजना अधिकारी ललित लोढ़ा भी उपस्थित थे, उन्होंने विभाग द्वारा बैंकों में योजनाओं में भेजे गए ऋण आवेदन पत्रों एवं ऋण स्वीकृति व ऋण वितरण के बारें में जानकारी दी एवं कहा कि इसमें शाखा प्रबन्धक को पाबंद करावें कि वे समय पर ऋण आवेदन पत्रों में ऋण स्वीकृति की कार्यवाही करावे।