बैंक के एनपीए एवं सीआरएआर में सुधार जारी, प्रबन्ध निदेशक भोमाराम द्वारा गठित टीमों के सार्थक प्रयास
विनय एक्सप्रेस सामचार, जैसलमेर। दी जैसलमेर केन्द्रीय सहकारी बैंक द्वारा अवधिपार ऋण वसूली का अभियान इन दिनों जोरों पर है। जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह के निर्देशों पर बैंक के प्रबन्ध निदेशक भोमाराम द्वारा योजनाबद्ध रूप से टीमें गठित कर व्यापक पैमाने पर कार्यवाही करते हुए ऋण वसूली का कार्य संपादित किया जा रहा है। इसी का असर है कि छह माह में लगभग 46.33 करोड़ रुपए धनराशि की वसूली की जा चुकी है और इससे बैंक मजबूत श्रेणी प्राप्त कर सका है।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि लम्बे समय से वसूली जमा नहीं कराने वाले और ऋण एनपीए की श्रेणी में आ चुकने वाले किसानों से वसूली के प्रयास लगातार जारी हैं। इसके लिए ऋण वसूली टीमों का गठन कर इनके माध्यम से कार्यवाही की जा रही है। इसके लिए पहले समझाईश का सहारा लिया जा रहा है और बाद में जरूरी होने पर निर्धारित नियमों व प्रावधानों के अन्तर्गत कार्यवाही अमल में लायी जा रही है।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि हाल ही बैंक प्रशासक एवं जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रबन्ध निदेशक एवं नाबार्ड के सहायक महाप्रबन्धक के.सी. मीना को इस आशय के निर्देश दिए गए कि अप्रेेल से जून तक विशेष ऋण वसूली अभियान चलाकर अवधिपार एवं एनपीए ऋणों की वसूली सुनिश्चित करें जिससे कि बैंक की स्थिति में सुधार हो।
उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा दो वर्ष पूर्व में नाबार्ड से लिये एसएलएफ फण्ड की कुल राशि रुपये 50 करोड़ का चुकारा मय 10.25 प्रतिशत ब्याज सहित शीर्ष बैंक, जयपुर को कर दिया गया है जिससे बैंक नाबार्ड की केटेगरी ‘सी‘ से ‘बी‘ में आने की क्षमता रख सकेगा।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-2021 की वैधानिक ऑडिट में बैंक की सीआरएआर 13.10 प्रतिशत वैधानिक अंकेक्षक द्वारा आंकी गई जो कि पूर्व के वर्षों से अधिक है।
इसी प्रकार वर्ष 2022-2023 के अल्पकालीन फसली ऋण के लक्ष्य 325 करोड़ रुपये के बैंक को आवंटित किये गये हैं जिसमें खरीफ फसल के लिए 200 करोड़ रुपये व रबी के लक्ष्य 125 करोड़ आवंटित किये गये हैं।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि बैंक चालु माह अप्रेल के प्रथम पखवाडे में ही खरीफ-2022 का ऋण वितरण प्रारम्भ कर दिया जायेगा। इसके लिए बैंक द्वारा अपनी अमानते बढ़ाने हेतु प्रयास किये जा रहे हुै।
उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा अन्य वाणिज्यिक बैंकों की तुलना में अमानतों पर सर्वाधिक 6.25 प्रतिशत ब्याज दर दी जा रही है। बैंक की वित्तीय वर्ष 2021-2022 में कुल अमानते राशि रुपये 234.63 करोड़ है।
भोमाराम ने बताया कि बैंक की सहकार किसान कल्याण योजना को आगामी कुछ अवधि के लिए स्थगित किया गया है ताकि एनपीए तथा अवधिपार दोषी ऋणियों से 100 प्रतिशत तक वसूली की जा सके। जिन शाखाओं में वसूली स्तर 90 प्रतिशत से ऊपर होगा उन शाखाओं में गुणवत्तायुक्त ऋण वितरण किया जाएगा।