कोरोना पाॅजिटिव वार्ड में कोरोना प्रोटोकाॅल की सख्ताई से पालना के दिये निर्देष,
कोरोना संक्रमण चैन को रोकने के लिए रोगी के साथ एक भी अटेन्डेन्ट को प्रवेष नहीं दें,
जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए 132 बेड्स की व्यवस्था
विनय एक्सप्रेस समाचार,जैसलमेर। कोविड19 की दूसरी लहर में जिले में कोरोना पाॅजिटीव मरीजो की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला कलक्टर आषीष मोदी ने मंगलवार को श्री जवाहिर चिकित्सालय का निरीक्षण किया एवं कोविड प्रबंधन व्यवस्थाओं के साथ ही कोराना पाॅजिटिव मरीजों के उपचार के लिए संचालित कोरोना डेडीकेट वार्ड का अवलोकन किया एवं उपचार व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।
कोरोना प्रोटोकाॅल की हो पालना, अटेन्डेन्ट प्रवेष वर्जित रखें
जिला कलक्टर के निरीक्षण के दौरान कोरोना पाॅजिटिव डेडीकेटेड वार्ड में मरीजो के साथ उनके परिजन भी आ रहे थे वहीं कोरोना प्रोटोकाॅल की पालना भी प्रभावी ढंग से नही देखी गई। उन्होंने इस स्थिति को गंभीरता से लिया एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिये कि वे कोरोना पाॅजिटिव डेडीकेटेड वार्ड में कोरोना प्रोटोकाॅल की सख्ताई से पालना करने, मरीज के साथ उसके परिजन को भी किसी भी सूरत में इस वार्ड में प्रवेष नहीं होने दे। इसके साथ ही इस डेडीकेटेड वार्ड के लिए प्रवेष कि एंट्री केवल एक ही दरवाजे से हो एवं यहां पर 24 घण्टे सुरक्षा गार्ड तैनात करने, मेडिकल स्टाफ प्रोटोकाॅल की पालना करते हुए मरीज के उपचार की व्यवस्था करने एवं इस वार्ड में उच्च स्तरीय सफाई व्यवस्था रखने के भी निर्देष दिये।
एक ही हो प्रवेष द्वार, सुरक्षा गार्ड रहे तैनात
उन्होंने कोरोना पाॅजिटिव वार्ड के प्रवेष द्वार पर कर्मचारी लगाकर षिकायत पंजिका का संधारण करने, उसमें परिजनो के संबंध में जो भी लोग समस्या बताए उसको दर्ज करने, आपातकाल की स्थिति में मरीज के लिए अटेन्डेन्ट की अति आवष्यकता हो उसके लिए पास की व्यवस्था करने के निर्देष दिये। उन्होंने चिकित्सालय में कोविड प्रबंधन के लिए लगाए गये जिला रसद अधिकारी को निर्देष दिये कि वे तीन चार बार अस्पताल का राउण्ड लेकर इन व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से लागू करना सुनिष्चित करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण कि चैन को रोकने के लिए कोरोना प्रोटोकाॅल की पालना सख्ताई से लागू करना जरूरी है। उन्होंने इन वार्डों में मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सकों द्वारा दो तीन राउण्ड लेकर व्यवस्था करने के निर्देष दिये।
ये थे मौजूद
निरीक्षण के दौरान जिला कोविड प्रभारी एवं यूआईटी के सचिव अनुराग भार्गव, जिला अस्पताल में कोविड प्रबंधन की व्यवस्था के लिए लगाए गए जिला रसद अधिकारी जबर सिंह चारण, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ जे. आर. पंवार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ कमलेष चैधरी, नगर परिषद के आयुक्त शषिकान्त शर्मा, समाजसेवी हरीष धनदे, कंवराज सिंह चैहान भी साथ में थे।
मरीजों के उपचार की देखी व्यवस्थाएं
जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान ट्रोमा सेन्टर, सेमीनार हाॅल, पूर्व में संचालित सर्जिकल एवं आॅर्थोपेडिक वार्ड जहां पर केवल कोरोना पाॅजिटिव मरीजों के उपचार के लिए संचालित कोरोना डेडिकेटेड वार्ड का निरीक्षण किया एवं वहां भर्ती मरीजों की कुषलक्षेम पूछी एवं उनसे उपचार की जानकारी ली। उन्होंने कोरोना मरीजो के साथ आए परिजन को भी कहा कि वे कोरोना प्राॅटोकाॅल की पालना करें एवं जहां तक हो वे साथ में नहीं रहें।
कोरोना संक्रमण के प्रसार को सख्ताई से रोकें
उन्होंने चिकित्सालय प्रबंधन को निर्देष दिये कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए आवष्यकता के अनुरूप उचित प्रबंध करें एवं कोरोना पाॅजिटिव डेडीकेट वार्ड में आवष्यकता के अनुरूप सुरक्षा गार्ड तैनात रखें। उन्होेंने यह भी कहा कि आवष्यकता के अनुरूप उन्हें और भी गार्डस उपलब्ध करा दिये जाएंगे।
आॅक्सीजन सिलेण्डर की पर्याप्त रखें व्यवस्था
उन्होंने निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में उपलब्ध आॅक्सीजन गैस सिलेण्डरों की भी जानकारी ली एवं पर्याप्त मात्रा में सिलेण्डर की उपलब्धता रखने के निर्देष दिये। उन्होंने कोरोना कि सेम्पल जांच कराने वाले लोगों के लिए सामाजिक दूरी को बनाए रखने के लिए टेन्ट के नीचे गोले बनाने एवं मरीज की सुविधा के लिए वहां कुर्सी की व्यवस्था गोले में ही रखने के निर्देष दिये।
फालतू वाहन परिसर में खड़े नहीं रहें
उन्होंने यह भी निर्देष दिये कि वे ट्रोमा सेन्टर के पास एक बेरिकेट लगा दें ताकि किसी भी प्रकार के निजी वाहन चिकित्सालय परीसर में नहीं आए। उन्होंने यातायात पुलिसकर्मी को भी निर्देष दिये कि बेवजह जो वाहन परिसर में खड़े है उनको क्रेन के माध्यम से हटा दें ताकि दूसरे लोग भी इस भय से परिसर में वाहन नहीं खड़े करें।
निर्देषों की हुई पालना
पूर्व में जिला कलक्टर के भ्रमण के दौरान दिये गये निर्देषों कि पालना भी इस भ्रमण के दौरान देखी गई। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ जे. आर. पंवार ने बताया कि जिला अस्पताल में कोरोना डेडीकेटेड वार्ड में 132 बैड्स की व्यवस्था कर दी गई है। एवं मरीजों को समुचित उपचार किया जा रहा है तथा बैड्स पर ही आॅक्सीजन की उपलब्धता हो रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना सेम्पल जांच देने वाले मरीजों के छाया के लिए टेन्ट लगा दिया है एवं सामाजिक दूरी की भी पालना करवाई जा रही है।