विनय एक्सप्रेस समाचार,जैसलमेर। महिला अधिकारिता विभागीय उपनिदेशक अशोक कुमार गोयल के निर्देशानुसार सिकाईडिकोन संस्थान द्वारा संचाालित महिला सुरक्षा व सलाह केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण महिला शक्ति केन्द्र की जिला समन्वयक रीना छंगाणी ने किया। निरीक्षण के दौरान पिरामल फाउण्डेशन से प्रियंका कोठारी एवं शिप्रा सोनी भी उपस्थित थी।
केन्द्र की महिला सुरक्षा सलाहकार मनीषा बिस्सा ने निरीक्षण के दौरान बताया कि केन्द्र पर गत माह फरवरी में कुल 9 परिवाद आए। सुलह के बाद उनका राजीनामा करवाया गया व हाल ही दिनों में उन परिवादियों का फीडबेक भी लिया गया है।
उन्होंने बताया कि केन्द्र पर आने वाले परिवादों में ज्यादातर परिवाद घरेलू हिंसा से संबधित ही होते हैं और उनकी आपसी सहमति से काउंसलिंग की जाती हैं।
जिला समन्वयक रीना छंगाणी ने महिला सुरक्षा सलाहकार मनीषा बिस्सा से कहा कि जहां तक संभव हो, काउंसलिंग ऎसी हो कि परिवार व घरों को बचाया जाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हो, क्योंकि अधिकांश परिवादों में प्रायःतर लड़ाई का मूल कारण अहम् होता है और यही यदि समय पर नियंत्रित नहीं किया जाए तो आगे चलकर घरेलू हिंसा में तब्दील हो जाया करता है।
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद यदि स्थिति को संभाल पाना कठिन हो तो ऎसे मामलों को महिला थाने के सुपुर्द किया जाना चाहिए। जिला महिला समन्वयक ने कहा कि महिला को सुरक्षा, सलाह एवं सम्मान मुहैया कराने का केन्द्र का उद्देश्य हमेशा हमारे ध्यान में होना चाहिए।