सुरक्षित मातृत्व दिवस पर 145 संस्थाओं में 2145 गर्भवती महिलाओं को दिया लाभ, एनीमिया के साथ हेपिटाइटिस की भी स्क्रीनिंग की गई, निजी चिकित्सकों ने भी दी सेवाएं

विनय एक्सप्रेस समाचार, झुंझुनूं।  चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रति माह मनाए जाने वाले सुरक्षित मातृत्व दिवस के उपलक्ष में गुरुवार को जिले के 145 संस्थानों में 2145 गर्भवती महिलाओं को लाभ दिया गया।

सीएमएचओ डॉ राजकुमार डांगी ने बताया कि बुधवार को सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क जांच, परामर्श और उपचार दिया गया। गर्भवती महिलाओं में एनीमिया के साथ साथ हेपिटाइटिस की भी स्क्रीनिंग की गई। चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे शिशु और स्वयं की देखभाल के गुर बताते हुए पोषण के बारे में जानकारी प्रदान की गई।

सीएमएचओ डॉ डांगी ने बताया कि गुरूवार को जिन 145 संस्थानों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस मनाया। इसमें गर्भवती महिलाओं के हिमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर, शुगर, लंबाई, एचआईवी और हेपिटाइटिस आदि जांच की गई। खून की कमी वाली गर्भवती महिलाओं में आयरन सुक्रोज के इंजेक्शन लगाए गए। अभियान में निजी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ने भी अपनी सेवाएं दी। इसके साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों पर शक्ति दिवस के तहत एनिमिक बच्चों व महिलाओं को भी उपचारित किया गया।

निजी चिकित्सक डॉ अर्षा चौधरी ने भी यूपीएचसी बसन्त बिहार में पहुंच कर दी सेवाएं

अभियान से तीन साल से जुडकर इस दिन निःशुल्क सेवाएं प्रदान कर रही स्त्री और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ अर्षा चौधरी ने यूपीएचसी बसन्त विहार पहुंच कर गर्भवती महिलाओं की जांच कर परामर्श दिया। इसके बाद स्वयं के खर्चे पर गर्भवती महिलाओं को फलाहार और बिस्किट वितरित किए। उन्होंने बताया कि इस दिन कोई भी गर्भवती महिला उपचार से वंचित न रहे उसके मातृत्व को सुरक्षित बनाने के लिए मैं हर सम्भव तैयार रहती हूं। उन्होंने एनिमिक महिलाओं से जंक फूड, कोल्डड्रिंक छोड़कर गुड़, घुघरी, लापसी, फल और हरी पत्तेदार सब्जियों के इस्तेमाल की सलाह दी।