विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत ग्राम जसपाली में आयोजित शिविर में शुक्रवार को शिविर प्रभारी दूदाराम के समक्ष महिला प्रार्थी ने कहा कि मेरी पुश्तैनी जमीन ग्राम जसपाली के खाता संख्या 66,71,114, 404 खसरा संख्या 663,665,668,682,686,122,123,50,51/1,679,687,688,120,124 में आयी हुई है। जिण्मे म्हारो नाम म्हारे पति रे फोतेगदी के बाद रामेश्वरी दर्ज होगो। जो गलत है म्हारों नाम म्हारां सभी दस्तावेजा में परमेश्वरी पत्नि दुर्गाराम है। म्हारों नाम म्हारी खातेदारी जमीन में गलत दर्ज होणे रे कारण सरकार री कोई योजना रो फायदों नहीं मिलीयों है। आज म्हारे गांव जसपाली नयी ग्राम पंचायत बणी है और पहली बार सरकार रो कैम्प म्हारे गांव जसपाली में लाग्यो है, इण कैम्प रे माई हर आदमी रो काम हो रहियो है मैं भी म्हारों नाम सही कराउ नी आशा लेन इण कैप रे माईने प्रशासन रे सामने हाजिर हुई हुं। आप म्हारों नाम सही करवाओं।
शिविर प्रभारी ने महिला की बात सुनी और हल्का पटवारी जसपाली, भू अभिलेख निरीक्षक पीपाड शहर को बुलाया और प्रस्तुत दस्तावेजों का अवलोकन किया। परमेश्वरी के नाम को सही करने की प्रक्रिया शुरू की और पटवारी जसपाली, भू अभिलेख निरीक्षक शहर व तहसीलदार पीपाड़ शहर से रिपोर्ट प्राप्त की। जिन्होंने प्रार्थीया का नाम रामेश्वरी पत्नि दुर्गाराम से परमेश्वरी पत्नि दुर्गाराम करने की अनुशंषा की। इस प्रकार रामेश्वरी से परमेश्वरी कर हाथो हाथ तहसीलदार पीपाड़ शहर से नामान्तरण भराया जाकर प्रार्थीया को राजस्व नकल हाथो हाथ दी गयी। जिससे परमेश्वरी खुश होकर बोली कि आज इण सरकार में म्हारों गांव जसपाली नयी ग्राम पंचायत बणी जणे आज म्हारे गांव में सरकार रो ओ पहलो कैम्प गांव में लाग्यों जणे आज मै रामेश्वरी उ परमेश्वरी बणी, मै राज्य सरकार ओर अठारे प्रशासन ओ आभारी हूं सरकार ऐड़ा केम्प हर गांव में लगावे तो म्हारे जेड़ी महिला ने भटकनों नहीं पड़े और ‘‘रूपयो लागे नहीं टको और कैम्प में काम हो जावें पक्कों’’।