राजकीय सम्प्रेषण एवं किशोर-गृह में राजकीय सुरक्षित अभिरक्षा गृह का लोकार्पण हुआ : नारी निकेतन में निर्मित कौशल प्रशिक्षण केन्द्र का अवलोकन किया

न्ययाधिपति विजय विश्नोई ने किया लोकार्पण
किशोर गृह के बच्चों को अच्छे संस्कार व अच्छा प्रशिक्षण देवें ताकि यहाँ से जाने के बाद समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके : न्यायाधिपति विश्नोई
बाल संरक्षण अधिकार आयोग बच्चों के बेहतर विकास व पुर्नवास के लिए पूरा प्रयास करता रहेगा : अध्यक्ष बेनिवाल

विनय ऐक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति व अध्यक्ष किशोर न्याय समिति राजस्थान उच्च न्यायालय विजय विश्नोई ने शनिवार को राजकीय सम्प्रेक्षण व किशोर गृह में राजकीय सुरक्षित अभिरक्षा गृह का लोकार्पण किया। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल ने समारोह की अध्यक्षता की। मुख्य अतिथि राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति व अध्यक्ष किशोर न्याय समिति राजस्थान उच्च न्यायालय विजय विश्नोई ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजकीय सुरक्षित अभिरक्षा गृह का आज लोकार्पण हुआ उम्मीद करता हूं कि यह अभिरक्षा गृह जिस उद्देश्य के लिए बना उसका उद्देश्य पूरा हो। उन्होंने कहा कि यहां बच्चे किन परिस्थितियों में आये, मजबूरी में घर से दूर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व प्रशासन द्वारा समय-समय पर यहां की जरूरतों का ध्यान रखा जाता है, लेकिन हम सभी का, आम लोगो, समाज के लोगों की भी जिम्मेदारी बनती है कि इन बच्चों के लिए कुछ करे। उन्होंने कहा कि यह बच्चे भी समाज के अंग हैं। इन बच्चों को अच्छा प्रशिक्षण व अच्छे संस्कार यहां मिले ताकि आगे किसी प्रकार के अपराध में शामिल ना हो, समाज की मुख्य धारा से जुड़े यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां इन्हें जो घरेलू इलेक्ट्रिकल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसके साथ-साथ अन्य रोजगार परक प्रशिक्षण भी इन्हें दिया जावे ताकि यहां से जाने के बाद इन्हें रोजगार प्राप्त करने में कोई कठिनाई ना हो उन्होंने कहा कि जब भी उनसे कोई सहयोग मांगा जायेगा न्यायालय व समिति की तरफ से पूरा सहयोग दिया जायेगा।
समारोह की अध्यक्ष व राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल ने कहा कि जोधपुर राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह में आज अच्छी शुरुआत हुई है। राजकीय सुरक्षित अभिरक्षा गृह का लोकार्पण हुआ है। उन्होंने कहा कि न्यायाधिपति विजय विश्नोई ने भी बच्चों के हितों के लिए हमेशा सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जोधपुर में राजस्थान का पहला कौशल प्रशिक्षण केंद्र बनकर लगभग तैयार हो गया। यहां पूरे प्रदेश के यह बच्चे ट्रेनिंग लेंगे। उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत न्यायाधिपति संदीप मेहता ने इस भावनाओं के साथ शुरू करवाया। अब न्यायाधिपति विजय विश्नोई पूरा कराकर बच्चों को प्रशिक्षण के लिए सुपुर्द करवायेंगे। उन्होंने कहा कि आयोग की तरफ से पूरा विश्वास दिलाती हूँ कि बच्चों के बेहतर विकास व पुनर्वास के लिए पूरे प्रयास करते रहेंगे व जब तक बच्चे यहां हैं उनकी शिक्षा के साथ अन्य क्षेत्र में आगे बढ़ाने के कार्य करेंगे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर प्रथम सत्यवीरसिंह यादव ने राजकीय सुरक्षित अभिरक्षा के लोकार्पण पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें यहां के बच्चों को बेहतर सुविधाऐ मिल सकेगी।

किशोर-गृह के बालकों ने दी सुंदर प्रस्तुतियां
इस अवसर पर किशोर-गृह के बालकों ने बेहतर प्रस्तुतियां दी। बालकों ने घूमर, कालबेलिया, एकल नृत्य व कचहरी नाटक की प्रस्तुति दी। प्रारम्भ में बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अतिथियों ने बालकों को व्यवसायिक प्रशिक्षण के प्रमाण-पत्र दिए। न्यायाधिपति ने किशोर-गृह के बालकों द्वारा निर्मित दो बुद्धा आकृति के गमले क्रय किए। अतिथियों को बालकों द्वारा निर्मित गमले भेट किए गए।

राजकीय सुरक्षित अभिरक्षा गृह में अपराध कारित 16 से 18 वर्ष के बच्चे रखे जायेंगे
सहायक निदेशक बाल अधिकारिता बी.एल.सारस्वत ने बताया कि प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर वर्ष 2020-21 के तहत राजकीय सुरक्षित अभिरक्षा (प्लेस ऑफ सेफ्टी) का निर्माण करवाया गया है। इस पर 7 लाख 47 हजार की राशि आवंटित की गई थी। सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा इसका निर्माण करवाया गया इसमें 16 से 18 वर्ष आयु के वर्ग के अपराधिक प्रवृत्ति के बच्चे जिनका अपराध कारित हो गया, उन्हें रखा जाएगा।
आवासित बालकों का घरेलू विद्युत उपकरण मरम्मत का प्रशिक्षण दिया गया
अधीक्षक राजकीय किशोर गृह मनमीत कौर ने बताया कि राजकीय सम्प्रेषण एवं किशोरगृह में आवासित बालकों का घरेलू विद्युत उपकरण मरम्मत का प्रशिक्षण दिया गया। अब तक तीन चरण में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसमें प्रथम चरण में 22, द्वितीय चरण में 11 व तृतीय चरण में 9 बालकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

कौशल प्रशिक्षण केंद्र का अवलोकन किया
न्यायाधिपति बिश्नोई व आयोग अध्यक्ष श्रीमती बेनीवाल ने कार्यक्रम के पश्चात नारी निकेतन परिसर के निर्मित कौशल प्रशिक्षण केंद्र का अवलोकन किया। इस प्रशिक्षण केन्द्र में किशोर न्याय अधिनियम के तहत आने वाले 14 से 18 आयुवर्ग के बच्चों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। समारोह में प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट जे.जे.बी. कन्हैयालाल पारीक, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष धनराज गुर्जर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक अनिल व्यास, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता बीएल सारस्वत व अधीक्षक राजकीय किशोर गृह समिति मनमीत कौर उपस्थित थी। स्वागत व गतिविधियों की जानकारी अधीक्षक किशोर गृह श्रीमती मनमीत कौर ने व आभार सहायक निदेशक बाल अधिकारिता बीएल सारस्वत ने किया व संचालन राकेश चौधरी ने किया।