बन्दीगण से कारागृह में मिलने वाली सुविधाओं की ली जानकारी
विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। श्री एम. आर. सुथार अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) पाली, श्री देवेन्द्र सिंह भाटी, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला न्यायाधीश), पाली एवं श्री सुन्दरलाल खारोल मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पाली द्वारा शुक्रवार को जिला कारागृह, पाली का आकस्मिक निरीक्षण किया जाकर कारागृह में भोजन, सफाई, पेयजल, चिकित्सीय सुविधाओं इत्यादि के संबंध में जानकारी ली गई।
जिला कारागृह, पाली में दौराने निरीक्षण कुल 122 बन्दीगण निरूद्ध मिले। जिला कारागृह की उपाधीक्षक संपति बामणिया ने बताया कि वर्तमान में कारागृह में 122 बन्दी निरूद्ध है तथा कारागृह में बन्दियों की रखने की कुल क्षमता 65 से लगभग दोगुने बन्दीगण निरूद्ध है। बन्दीगण की संख्या अधिक होने पर उन्हे अन्य कारागृहों में स्थानान्तरित किया जाता है। दौराने निरीक्षण बन्दीगण द्वारा शाम का भोजन बनाया जा रहा था, जिस पर जिला एवं सेशन न्यायाधीश, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, पाली द्वारा कारागृह रसोई में जाकर भोजन की गुणवत्ता के बारे में जांच की गई।
जिला न्यायाधीश एम.आर सुथार द्वारा कारागृह में निरूद्ध बन्दीगण से कारागृह में मिलने वाली सुविधाओं, परिवारजन एवं मित्रों से मुलाकात, कारागृह एसटीडी के माध्यम से वार्ता, भोजन की गुणवत्ता इत्यादि के संबंध में जानकारी ली गई। कारागृह में निरूद्ध ऐसे विचाराधीन बन्दी जिनके संबंधित प्रकरण मे अधिवक्ता नही हो, उनको प्राधिकरण द्वारा निःशुल्क विधिक सहायता से अधिवक्ता उपलब्ध करवाये जाने की जानकारी दी गई तथा यह सुनिश्चित किया गया कि कोई बन्दी अधिवक्ता के अभाव में कारागृह में निरूद्ध ना रहे।
इसके अतिरिक्त बंदियों द्वारा कारागृह में पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन उपलब्ध होना बताया तथा पेयजल एवं अन्य व्यवस्थाएॅ सही होना बताया। कारागृह डिस्पेन्सरी में एक चिकित्सक व एक मेल नर्स नियक्त है। कारागृह में निरूद्ध बंदियों में कोई भी गंभीर रोग से पीड़ित बन्दी नही है तथा चिकित्सक द्वारा ओपीडी समय में बन्दी की नियमित जांच एवं दवाई वितरण का कार्य किया जाता है। इसके अतिरिक्त बांगड अस्पताल से मनोरोग विशेषज्ञ एवं दन्तरोग विशेषज्ञ द्वारा कारागृह की विजिट की जाती है। दौराने निरीक्षण संपति बामणिया, उपाधीक्षक, जिला कारागृह, पाली, ओमप्रकाश, तेजसिंह मुख्य प्रहरी जिला कारागृह आदि उपस्थित रहे।