जानिए मकर सक्रांति पर दान पुण्य का महत्व पंडित नितेश व्यास के साथ

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। मकर संक्रांति पर किसी प्रकार का भृम में न रहे मकर संक्रांति मतलब सूर्य का धनु राशि से मकर मे प्रवेश करना। सूर्य उत्तरायण काल जहा से दिन बड़े होने शुरू होते है और सूर्य की ऊष्मा दिन में ज्यादा मिलने से धूप में तीखापन ।

14 जनवरी 2022 को ही है मकर संक्रांति ओर इसका पुण्य काल इसी दिन भगवान शिव और नारायण ने गंगा नदी मे स्नान किया जिसे लक्ष्मी ने चुपके से देखा इसलिए इस दिन गुप्त लक्ष्मी का दान किया जाता है जैसे तिल के लड्डू मे चांदी या कोई भी सिक्का डाल के ब्राह्मण को दिया जाता है ।। इस दिन जप तप दान या गंगा नदी के स्नान से अनन्त पुण्य की फल की प्राप्ती होती है।

इस दिन तिल का दान तिल से स्नान , तिल का हवन करना चाइये, इस पर्व के दिन दिया दान अक्षय होता है । इस दिन शनि या उपाय किया जाता है जिनको शनि की दशा या शनि अनुकूल फल न दे रहा हो उनको दान कुंडली अनुसार करना उत्तम है , व्यापार व्रद्धि के लिए सप्तधान का दान करना सर्व श्रेष्ठ है,, कुटुंब मे सपन्नता के लिए चीनी से भरा पात्र देना चाइये। इस दिन यंत्र स्थापित करना उत्तम है ।

रमल वैदिक ज्योतिषी
अधिष्ठता महागणपति साधना पीठ गणेश आश्रम बीकानेर
अध्यक्ष ग्लोबल ज्योतिष पुंज
महासचिव विश्व सनातन वाहिनी
सदस्य भारत दर्पण फेडरेशन