शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो त्यौहार : जिला कलेक्टर

आगामी त्यौहारों के मद्देनजर जिला कलेक्टर ने जारी किए निर्देश

विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। गणेश चतुर्थी एवं 28 सितम्बर को चतुर्दशी व बारावफात (चाँद से) का पर्व मनाया जायेगा।

जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता ने सभी उपखंड मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए कि पर्वो के दौरान लोग बड़ी संख्या में विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना करने एवं दर्शनार्थ जायेंगे एवं बारवफात पर्व के दौरान जुलुस आदि निकाले जायेंगे।

इन धार्मिक पर्वो एवं कार्यक्रमों के दौरान जुलूस के रास्तों का पुलिस अधिकारियों के साथ पूर्व में संयुक्त रूप से भ्रमण कर निरीक्षण कर लिया जाए एवं रास्तों में किसी प्रकार की बाधा हो तो तुरन्त हटा दी जाए। इन पर्वो के दौरान रात्रि में भी भजन संध्या आदि कार्यक्रम होंगे जिसमें असामाजिक तत्व कोई अवांछित गतिविधियों न कर पाए। पर्वों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम निश्चित अवधि में व्यवस्थित रूप से संचालित हो, उपखण्ड क्षेत्र में यह सुनिश्चित कर लिया जायें।

मेहता ने निर्देश दिए है कि 19 सितम्बर को गणेश चतुर्थी एवं 28 सितम्बर को अनन्त चतुर्दशी तक आमजन द्वारा गणेश प्रतिमा की स्थापना की जाकर एवं उनको गांव / कस्बा / शहर के नदी, तालाब, जल कुण्ड, एनिकट इत्यादि जल भराव के स्थलों पर प्रवाहित किया जाएगा। इस दौरान स्थानीय पुलिस-प्रशासन अपने क्षेत्र में जल भराव के स्थलों की निगरानी करवाते हुए पर्यावरण मानकों का ध्यान रखते हुए प्रतिमाओं को सुरक्षित प्रवाहित करवाने हेतु आवश्यक व्यवस्था जन सहयोग से सुनिश्चित करेंगे। साथ ही बारावफात पर्व के दौरान निकाले जाने वाले जुलुस में शान्ति एवं कानून व्यावस्था बनाए रखने हेतु सम्बद्ध विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए अपेक्षित आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे।

इस संबंध में स्थानीय प्रशासन अधीनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों यथा तहसीलदार, नायब तहसीलदार भू.अ. निरीक्षक एवं पटवारी व ग्रामसेवकों को आवश्यकतानुसार तैनात कर उन्हें पर्वों पर आयोजित कार्यक्रमों पर नियमित रूप से निगरानी रखने एवं अपेक्षित कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु पाबन्द करें। अपने अधीनस्थ अधिकारियों / कर्मचारियों को इन अवसरों पर अपने मुख्यालय पर आवश्यक रूप से उपस्थित रहने हेतु पाबन्द किया जाए। इसी प्रकार स्थानीय प्रशासन अपने क्षेत्र के सभी चिकित्सालयों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरत् चिकित्सकों, स्टॉफ एवं एम्बुलैंस मय जीवन रक्षक दवाओं के साथ हर समय उपलब्ध रहने हेतु निर्देश देकर पाबन्द करे। उपरोक्त निर्देशों की कठोरता से पालना सुनिश्चित की जाए।