राजस्थान के शान्ति और अहिंसा निदेशालय की सार्थक पहल : जोधपुर जिले के तिंवरी में शुरू हुआ तीन दिवसीय राज्यस्तरीय महिला सशक्तिकरण शिविर

प्रदेश के सभी जिलों से हिस्सा ले रही हैं महिला प्रतिनिधि : कस्तूरबा को समर्पित शिविर में गांधी जीवन दर्शन पर होगा मंथन : सामाजिक नवनिर्माण के लिए गांधी के विचारों को करें आत्मसात – संभागीय आयुक्त

विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। शान्ति, सौहार्द और सर्वधर्म समभाव के साथ लोक कल्याण के उद्देश्य से महात्मा गांधी जीवन दर्शन जन-जन तक पहुंचाने के लिए शान्ति और अहिंसा निदेशालय राजस्थान का पहला तीन दिवसीय राज्यस्तरीय महिला सशक्तिकरण शिविर पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की जयन्ती शनिवार से जोधपुर जिले की तिंवरी पंचायत समिति मुख्यालय स्थित दादा भगवान आश्रम में शुरू हुआ।

स्वतंत्रता सेनानी कस्तूरबा गांधी को समर्पित इस शिविर में देश के विभिन्न हिस्सों से गांधीवादी विचारक तथा राजस्थान के सभी जिलों से महिला प्रतिनिधि हिस्सा ले रही हैं।

शिविर का शुभारंभ संभागीय आयुक्त(जोधपुर) कैलाशचन्द मीना तथा शान्ति और हिंसा निदेशालय राजस्थान के निदेशक मनीष कुमार शर्मा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, कस्तूरबा एवं इन्दिरा गांधी की तस्वीरों पर पुष्पहार अर्पित कर किया।

शुभारंभ समारोह में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक सुराणा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ओ.पी. विश्नोई, अतिरिक्त आयुक्त (माडा) रेणु सैनी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रतनलाल रैगर,उपखण्ड अधिकारी (जोधपुर दक्षिण) अपूर्वा परवाल, उपखण्ड अधिकारी(लोहावट) प्रमोद सीरवी, संयुक्त निदेशक (सांख्यिकी) लक्ष्मीनारायण बैरवा, उप निदेशक(महिला व बाल विकास) प्रियंका विश्नोई, उप निदेशक (महिला अधिकारिता) फरसाराम, विकास अधिकारी तेजपाल राव, गांधीवादी विचारक मनोज ठाकरे, प्रेरणा देसाई एवं प्योली प्रशान्त (महाराष्ट्र), जागृति राही, मानसी राही एवं तनुजा मिश्रा(बनारस), नमिता भौमिक(मध्यप्रदेश) सहित जिलाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में प्रदेश से भर से आयी महिला प्रतिनिधि उपस्थित रहीं।

 

*गांधी जीवन दर्शन अत्यधिक प्रासंगिक*

संभागीय आयुक्त श्री कैलाशचंद मीना ने शिविर की सराहना की और कहा कि गांधी जीवन दर्शन आज के संदर्भ में अत्यधिक प्रासंगिक है। ख़ासकर युवाओं के लिए विशेष अनुकरणीय है। उन्होंने कहा की गांधी जी ने जीवन और जगत के हर पहलू को छुआ है। गांधीजी की सफलता के पीछे कस्तूरबा का अपार योगदान है। उन्होंने संभागी महिलाओं से कहा कि वे शिविर गतिविधियों का पूरा-पूरा लाभ लें और सामाजिक चेतना जागृत करते हुए समाज और देश को गांधी विचारों से नई दिशा दें। संभागीय आयुक्त ने जोधपुर को मेजबानी का मौका देने के लिए शांति और अहिंसा निदेशालय का आभार जताया।

 

*महिला सशक्तिकरण होगा साकार*

शांति और अहिंसा निदेशालय के निदेशक श्री मनीष कुमार शर्मा ने राज्यस्तरीय महिला सशक्तिकरण प्रशिक्षण शिविर में राज्य भर से उपस्थित महिला प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सैनानी कस्तूरबा गांधी को समर्पित यह शिविर राजस्थान में महिला सशक्तिकरण को नए आयाम देने वाला सिद्ध होगा।

उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने महिलाओं का शिविर महिलाओं के द्वारा महिलाओं के लिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का संपूर्ण जीवन दर्शन मानव विकास और सामाजिक नवनिर्माण का खजाना है, इसे आत्मसात करने के लिए हमें आगे आना होगा।

उन्होंने गांधी दर्शन के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दे सकने में समर्थ कम से कम 5-5 महिलाओं के नाम निदेशालय को शीघ्र भिजवाने का आग्रह उपस्थित सभी संभागियों से किया और कहा कि प्रदेश भर में गांधी विचारों को पहुंचाने के लिए व्यापक नेटवर्क स्थपित किया जा रहा है। इसके मध्यम से प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी लोगो तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।

 

*देश भर में अपूर्व पहल के लिए राजस्थान सरकार की तारीफ*

गांधीवादी विचारक श्री मनोज ठाकरे ने कहा कि राजस्थान एकमात्र राज्य है जहां शांति और अहिंसा निदेशालय संचालित है और इससे भी बड़ी बात यह है कि निदेशालय का यह  पहला राज्यस्तरीय शिविर है जो विशेष तौर पर महिलाओं के लिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि गांधीजी के विचारों को आगे बढ़ाने में महिला शक्ति की भूमिका अहम है

श्री ठाकरे ने गांधी विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए किए जा रहे आयोजनों में पूरी-पूरी सहभागिता निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि समाज में सर्वधर्म के प्रति समभाव, लोकतंत्र का संरक्षण, महिलाओं के प्रति सम्मान आदि जीवन मूल्यों में बढ़ोतरी आदि को मजबूत करने में भागीदारी की दिशा में सार्थक प्रयासों में जुटने की जरूरत है।

उन्होंने राजस्थान सरकार की सामाजिक सरोकारों और लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों की तारीफ की और सभी संभागियों से कहा कि इन योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार में जुटने का आह्वान किया।

 

*प्रशिक्षण का पूरा लाभ लें, अपने क्षेत्रों में अलख जगाएं*

गांधीवादी विचारक प्रेरणा देसाई ने घर-परिवार के दायित्वों के साथ ही सामाजिक नवनिर्माण में जुटने की अपील की और निदेशालय के आह्वान पर तीन दिवसीय राज्यस्तरीय शिविर में भाग लेने आयी उत्साही महिलाओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि शिविर से गांधी जीवन दर्शन का प्रशिक्षण प्राप्त कर इसे अपने-अपने क्षेत्रों और समाज में संवहित करें ताकि अधिक से अधिक लोग गांधी दर्शन को अपनाते हुए आगे बढ़ सकें।

 समारोह में समस्त अतिथियों और गांधीवादी चिन्तकों को गांधी साहित्य भेंट किया गया। समारोह का संचालन गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक अजय त्रिवेदी ने किया जबकि आभार प्रदर्शन की रस्म सह संयोजक शिवकरण सैनी ने अदा की।

 

*विभिन्न सत्रों में हुए व्याख्यान*

तीन दिवसीय शिविर के पहले दिन विभिन्न सत्रों में गांधीवादी विचारकों तथा विषय विशेषज्ञों ने वार्ताएं प्रस्तुत करते हुए प्रदेश भर से आयी महिला प्रतिनिधियों को गांधी जीवन दर्शन, कस्तूरबा के योगदान, लोक उत्थान से जुड़ी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी दी और इनके व्यापक प्रचार-प्रसार तथा जरूरतमन्दों एवं आम जन को प्रेरित करने में पूरी शक्ति से आगे आने का आह्वान किया।