विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। ब्राह्मण अन्तर्राष्ट्रीय संगठन राजस्थान प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष योगेन्द्र कुमार दाधीच ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीकानेर आगमन पर उनका स्वागत एवं सम्मान करते हुवे राजस्थान विप्र कल्याण बोर्ड के गठन पर विप्र समाज के प्रति प्रदर्शित किये गये आत्मीय भाव हेतु आभार प्रकट किया।
प्रदेशाध्यक्ष योगेन्द्र कुमार दाधीच ने प्रदेश के विप्र समाज के विकास, कल्याण एवं सहायता हेतु विप्र छात्रवृत्ति योजना, विप्र कन्या विवाह योजना, विप्र आवास निर्माण योजना, विप्र विधिक सहायता राशि अनुग्रह योजना, प्रत्येक जिले हेतु विप्र छात्रावास योजना, विप्र स्वास्थ्य योजना, अराजीराज भूमि का विप्र समाज के कल्याणार्थ योजना हेतु पंजीकृत संस्थाओं एवं पात्र व्यक्तियों को अनुसूचित जाति/जनजाति के पात्र व्यक्तियों के अनुसार आवंटन की योजना, हेतु भू-राजस्व अधि. के प्रावधान करते हुवे पात्रता बनाने शैक्षणिक संस्थाओं में निर्धारित सीटों पर प्रवेश योजना, कृषि भूमि पर विद्युत कनेक्शन, डिग्गी, ट्यूबवेल निर्माण आदि में सहायता योजना, एस.सी./एस.टी. की महिलाओं की भांति विप्र महिलाओं/बालिकाओं के यौन उत्पीड़न पर तत्काल आर्थिक सहायता योजना, विप्र समाज के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग करके विप्र बन्धु का जातिसूचक रूप से अपमान पर कानूनी कार्यवाही करने एवं इसके लिए विप्र अधिकार एवं विधिक सुरक्षा अधिनियम पारित करने आदि के निर्णय लेते हुवे प्रदेश में बहुतायत से निवास करने वाले विप्र समाज हेतु कल्याणकारी योजनाएं राज्य सरकार द्वारा बनाई जाकर मूर्त रूप दिये जाने की मांग रखी। जिससे समाज में प्रदेश सरकार का अच्छा संदेश जायेगा।
समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को जोड़ने एवं योजनाओं के लाभ हेतु प्रत्येक जिले से राजस्थान विप्र कल्याण बोर्ड के जिला स्तरीय प्रकोष्ठों का गठन करने की मांग रखते हुवे देवस्स्थान मंदिरों के पुजारियों को मासिक भत्ता देने, आरोगण राशि की वर्तमान महंगाई परिप्रेक्ष्य में वृद्धि करने, प्रत्येक जिले में विप्र स्मारक भवन बनाने की मांग भी रखी।
मानव कल्याण एवं सृष्टि को बचाने हेतु अपने देह की त्याग करने वाले त्यागमूर्ति महर्षि दधीचि ने आदर्श समूचे मानव समाज का पथ प्रदर्शन करे इस हेतु प्रत्येक जिले, पालिका क्षेत्र में ‘‘त्यागमूर्ति महर्षि दधीची भवन एवं म्यूजियम’’ बनाने की मांग रखते हुवे प्रत्येक चिकित्सालय में प्रवेश द्वार पर त्यागमूर्ति महर्षि दधीचि का चित्र/मूर्ति स्थापित करने की मांग।
स्वतन्त्रता सेनानी श्री हीरालाल शर्मा के नाम से मेडिकल कॉलेज से नागणेचीजी मंदिर तक के मार्ग को ‘‘स्वतन्त्रता सेनानी श्री हीरालाल शर्मा मार्ग’ एवं उनके निवास स्थान के पास स्थित पार्क को उनके स्वतन्त्रता सेनानी श्री हीरालाल शर्मा पार्क घोषित करने एवं उस पार्क में श्री शर्मा की मूर्ति स्थापित कराने हेतु भी ज्ञापन दिया।
श्री दाधीच ने एक अन्य ज्ञापन देकर मांग रखी की प्रदेश भर की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था में स्थायी सुधार होने वर्तमान संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अधीक्षक, सम्बद्ध चिकित्सालय वर्ग, अधीक्षक जिला अस्पताल प्राचार्य मेडिकल कॉलेज के पदों को यथावत रखते हुवे इन पदों से मूल रूप से चिकित्सा सेवा सम्बन्धी एवं शैक्षणिक कार्य में नये-नये रिसर्च के कार्य कराते हुवे प्रशासनिक सेवा का पद सृजित कर प्रशासनिक भवन बनाकर समस्त कार्य सम्पादित कराये जाने चाहिए ताकि व्यवस्था में सुधार होते हुये राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचना सुनिश्चित रहे।
माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेशाध्यक्ष श्री दाधीच के ज्ञापनों को गम्भीरता से लेते हुवे तत्काल कार्यवाही का आश्वासन दिया।