मनरेगाः रैंकिंग में बीकानेर पहले पायदान पर, उदयपुर दूसरे तथा बाड़मेर-सीकर तीसरे स्थान पर

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। महात्मा गांधी नरेगा के विभिन्न घटकों के आधार पर तैयार रैंकिंग में बीकानेर जिले को प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है।
जिला कलक्टर एवं मनरेगा के जिला कार्यक्रम समन्वयक भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा इस वित्तीय वर्ष में 1 अप्रैल से 31 अगस्त तक किए गए कार्यों के आधार पर जारी रैंकिंग में अब तक बीकानेर पहले पायदान पर रहा है।

उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत मानव दिवस सृजन, औसत मजदूरी दर, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 90 दिवस रोजगार उपलब्ध करवाना, एरिया ऑफिसर ऐप निरीक्षण, समयबद्ध भुगतान, नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) में श्रमिकों की उपस्थिति, पंचशाला एवं फॉर्म पौंड कार्य स्वीकृति तथा उद्यानिकी पौधारोपण के आधार पर की गई रैंकिंग में जिले को पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है।


जिला कलक्टर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी विभाग की रैंकिंग के अनुसार बीकानेर को सभी घटकों के आधार पर 39 में से 25 अंक प्राप्त हुए हैं। वहीं 21 अंकों के साथ उदयपुर दूसरे तथा 20 अंकों के साथ बाड़मेर और सीकर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इस सूची में डूंगरपुर को 19 तथा भीलवाड़ा को 18 अंक प्राप्त हुए हैं।


जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं मनरेगा की अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक नित्या के. ने बताया कि जिले में मनरेगा श्रमिकों की औसत मजदूरी दर 206 रुपये रही। एनएमएमएस ऐप के माध्यम से शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई। एरिया ऑफिसर ऐप के माध्यम से 94.8 प्रतिशत कार्यनिरीक्षण किए गए। जिले में सर्वाधिक 171 पंचशाला कार्य स्वीकृत किए गए। इसी प्रकार उद्यानिकी पौधारोपण में लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई।