राजस्थान देश में पहला प्रदेश जिसने प्रवासी राजस्थानियों के लिए एनआरआर पॉलिसी लाँच की है-धीरज श्रीवास्तव
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। गोपेंद्र नाथ भट्ट। राजस्थान के आवासीय आयुक्त और राजस्थान फ़ाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दूरदर्शी सौच से राजस्थान देश में पहला ऐसा प्रदेश बना है जिसने प्रवासी राजस्थानियों के लिए केबिनेट से प्रस्ताव पारित करा अपनी एनआरआर पॉलिसी लाँच की है।इस पॉलिसी के तहत देश-विदेश में रहने वाले प्रवासी राजस्थानियों को प्रवासी परिचय पत्र जारी किए जायेंगे और इन आईडी कार्डस से उन्हें विशेष पहचान और सुविधाएँ मिलेंगी।
नई दिल्ली में अप्रवासी राजस्थानियों की प्रमुख संस्था राजस्थान रत्नाकर द्वारा शनिवार सायं ली मेरेडियन में अपने सहयोगियों के सम्मान के लिए सांसद प्रमोद तिवारी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि अपने सम्बोधन में श्रीवास्तव ने कहा कि प्रवासियों को उपलब्ध करायें जाने वाले इन विशेष कार्डस के लिए शीघ्र ही पंजीयन प्रकिया शुरू की जा रही है।
श्रीवास्तव ने बताया प्रवासियों के लिए बनी विशेष एनआरआर नीति का उद्देश्य प्रवासियों को अपनी माटी से जोड़ना और प्रदेश के विकास में योगदान के लिए उन्हें प्रेरित करने के साथ ही उनके सामाजिक, सांस्कृतिक एवं अन्य हितों का संरक्षण करना हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत ने 2001 में देश में सबसे पहलें जयपुर में अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी सम्मेलन आयोजित किया था और उसके बाद भारत सरकार ने प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन शुरु किया जोकि आज देश के भिन्न-भिन्न भागों में नए आयाम स्थापित कर रहा है। इस कड़ी में अगला कार्यक्रम भोपाल में होना है।
श्रीवास्तव ने बताया कि हाल ही जयपुर में आयोजित किए गए इन्वेस्ट राजस्थान समिट में करीब 11 लाख करोड़ रु. का निवेश हुआ है तथा 5.50 लाख करोड़ रु.के प्रोजेक्ट ज़मीन पर उतारने की पहल भी शुरु हो गई हैं।उन्होंने प्रवासियों का आह्वान किया कि वे राजस्थान में निवेश के वर्तमान अनुकूल वातावरण का लाभ उठाते हुए अपने प्रदेश की ज़मीन से जुड़ने के मौके को नही छोड़ें। निवेश के लिए वर्तमान समय सर्वाधिक आदर्श,उपयुक्त और सबसे सही समय है।उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार पर्यटन को उध्योग का दर्जा देकर कई प्रकार की रियायतें भी प्रदान कर रही हैं।बाड़मेर में निर्माणाधीन तेल रिफ़ाइनरी और पेट्रो कोम्पलेक्स के साथ ही सोलर ऊर्जा की असीम सम्भावनाएँ प्रदेश की दशा और दिशा बदलने वाली हैं।
उन्होंने बताया कि नई दिल्ली में बीकानेर हाउस को “गेट वे ओफ़ राजस्थान” के रुप में विकसित कर विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के लिए खोला गया है।इस कारण यह स्थल दिल्ली का मोस्ट हेपनिंग स्पॉट बन गया है। साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने बीकानेर हाउस के विकास के लिए 50 करोड़ की अतिरिक्त राशि भी स्वीकृत की है।
समारोह में सांसद प्रमोद तिवारी और धीरज श्रीवास्तव ने रत्नाकर सहयोगियों को पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
गहलोत की विकास पर सौच दलगत राजनीति से ऊपर-तिवारी
समारोह के मुख्य अतिथि सांसद तिवारी ने राजस्थान के विकास के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर काम करने की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सौच की सराहना की और कहा कि पिछलें दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ मानगढ़ धाम पर मंच साँझा करते हुए भी उन्होंने अपनी यह मंशा प्रदर्शित की थी जिसकी सभी ने सराहना की है।
प्रारम्भ में राजस्थान रत्नाकर के चेयरमेन राजेन्द्र गुप्ता प्रधान शंकर जयपुरिया पूर्व प्रधान रमेश कनोड़िया आदि ने संस्था की गतिविधियों और आगामी शताब्दी वर्ष की भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला।