विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर । सडक दुर्घटनाओं के आंकड़ों का विश्लेषण कर उनसे होने वाली मृत्यु दर पर प्रभावी रोकथाम के लिए सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मोबाइल एप के माध्यम से नवाचार किया जा रहा है। राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केन्द्र (NIC) द्वारा तैयार किये गये इस मोबाइल ऐप के जरिये दुर्घटना से संबंधित डेटाबेस तैयार किया जायेगा।
इस संबंध में एनआईसी नागौर द्वारा आज परिवहन विभाग, नागौर के सभी मोटर वाहन निरीक्षकों एवं उपनिरीक्षकों को जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी, श्री नारायण राम सीरवी की उपस्थिति में नागौर तथा डीडवाना के सभी 9 चयनित निरीक्षकों को पॉवर पॉइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से मोबाइल ऐप के जरिये आंकडों को दर्ज करने का विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस नवाचार के तहत आयोजित प्रशिक्षण में राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केन्द्र (छप्ब्), नागौर के अतिरिक्त जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी, श्री संजीव मेहता ने उपस्थित सभी प्रशिक्षुओं को संबोधित कर इस प्रोजेक्ट के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
संजीव मेहता ने बताया की विभाग द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर राज्य के सभी जिलों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 15 मार्च से लागू किया जाना हैं।
परियोजना के जिला संयोजक विजय जॉगिड ने प्रशिक्षण में लाईव एंट्री करते हुए बताया की किस तरह से पुलिस विभाग द्वारा वाहन निरीक्षण की आवश्यकता होने पर परिवहन विभाग के निरीक्षको द्वारा मोबाइल ऐप के माध्यम से दुर्घटना में वाहन से संबंधित जानकारी दर्ज की जायेगी।
इसमें घटना में प्रभावित वाहन का नम्बर, लाइसेंस नम्बर, दुर्घटना के संभावित कारण के साथ-साथ फोटो,विडियो भी अपलोड किया जा सकेगा।
वर्तमान में पुलिस तथा परिवहन विभाग के कार्मिकों को इस संबंध में प्रशिक्षित किया जा चुका है और आने वाले दिनों में शेष रहे विभागों जैसे- स्वास्थ्य विभाग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों एवं कार्मिकों को भी प्रशिक्षित किया जायेगा