राज्य कृषि बजट 2022-23 को लेकर आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राज्य कृषि बजट 2022-23 पर बुधवार को जिला कलक्टर पीयुष समारिया की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा समृद्ध किसान-खुशहाल राजस्थान की मंशा से राज्य में पहली बार अलग से कृषि बजट पेश किया हैं। राज्य सरकार की मंशानुरूप सभी विभाग बजट घोषणाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करें। कोई भी किसान सरकार द्वारा शुरू की गई कृषि योजनाओं से वंचित नहीं रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषि बजट में की गई घोषणाओं की अधिकाधिक जानकारी किसानों तक पहुंचाएं, ताकि उनको इनका लाभ मिल सके। इस दौरान जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने कहा कि जिले के किसानों में फार्म पॉन्ड के प्रति रुचि बढ़ी है जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। इसके लिए कृषि विभाग तत्परता से कार्य करें। इस दौरान उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को कृषि क्षेत्र में स्टोरेज, मार्केटिंग पर पूर्ण मॉनिटरिंग करने के दिशा निर्देश देते हुए कहा कि जिले के किसानों में अच्छा रेस्पॉन्स है, किसान इसमें रुचि दिखाते है। विभाग उन्हें उचित जानकारी उपलब्ध करवाकर विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करें।

इस मौके पर जिला प्रमुख भागीरथराम चौधरी ने कहा कि किसान सरकार द्वारा शुरू की गई कृषि योजनाओं से वंचित नहीं रहे। योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए अधिकारी व जनप्रतिनिधि बेहतर समन्वय से मिलकर कार्य करें। गांव-गांव और ढाणी- ढाणी तक इन योजनाओं की जानकारी पहुंचे।
कार्यशाला में कृषि आयुक्तालय जयपुर के संयुक्त निदेशक (उद्यान) रामलाल मीणा ने राज्य कृषि बजट 2022-23 के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. एमके मीणा ने कृषि विभाग व पशुपालन विभाग की युगल योजनाएं एवं बजट प्रावधान की जानकारी दी।
उप निदेशक (कृषि विस्तार नागौर) हरीश मेहरा ने जिला स्तर पर क्रियान्वित किए जा रहे मिशन के प्रावधान, लक्ष्य व अब तक अर्जित प्रगति के बारे में बताया। उद्यान विभाग के सहायक निदेशक मोहनलाल ने जिले में बजट अनुमान व उद्यान विभाग की योजनाओं यथा सोलर पम्प संयंत्र एवं फलदार पौधों पर अनुदान दिए जाने के संबंध में जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी शंकरराम सियाग ने विभागीय अनुदान योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही कृषि से संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों को बजट में शामिल की गई योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों से कृषि बजट को लेकर विचार विमर्श भी किया।
कार्यशाला में कृषि विस्तार सीकर के संयुक्त निदेशक प्रमोद कुमार, परियोजना निदेशक आत्मा महेश शर्मा,
कृषि मण्डी सचिव रघुनाथराम, कुचामनसिटी सहायक निदेशक कृषि पन्नालाल जाट, मेड़ता सहायक निदेशक रामप्रकाश बेड़ा, डाॅ. पी.डी. चौधरी, कृषि अनुसंधान अधिकारी श्योपालराम जाट, कृषि अधिकारी उद्यान अर्जुनराम मुंडेल, उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां जयपाल गोदारा, जिला परिषद के एईएन दिनेश चौधरी, जिला सांख्यिकी अधिकारी श्रवणराम, कृषि महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डाॅ. राजदीप मुंदियाड़ा, राज्य बीज निगम के संयंत्र प्रबंधक गोविन्दराम जाखड़, मेड़ता कृषि अधिकारी सरोज चौधरी, डिस्काॅम के अधीक्षण अभियंता जीएस मीणा, उप परियोजना निदेशक आत्मा रविन्द्र सिंह व गुंजन आसवानी, सहायक कृषि अधिकारी स्वरुपराम, कृषि पर्यवेक्षक रामकिशोर जीतरवाल सहित जिले केे कृषि पर्यवेक्षक व नागौर प्रधान सुमन मेहरा, भैरुंदा प्रधान जसवंतसिंह सहित विभिन्न पंचायत समितियों के प्रधान, जिला परिषद सदस्य एवं जनप्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।