जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, जिला कलक्टर ने विभिन्न इंडीकेटर्स पर की समीक्षा
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार स्थित राजीव गांधी भारत निर्माण आईटी सेंटर में रखी गई। यह बैठक जिला कलक्टर पीयूष समारिया की अध्यक्षता में रखी गई।
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना एवं मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना की ब्लॉकवार प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। समारिया ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बीसीएमओ और प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना एवं मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना सबसे महत्वपूर्ण योजना है, इससे लाभान्वितों का डाटा, निर्धारित दवाईयों की उपलब्धता, डिमांड और निर्धारित जांचों से संबंधित डाटा ई-औषधि साफटवेयर में अपडेट रखें। इसके लिए संबंधित चिकित्सा संस्थान प्रभारी पूरी मॉनिटरिंग करते हुए रिपोर्ट तैयार रखें।
जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने मातृत्व एवं षिषु स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए उप स्वास्थ्य केन्द्र तक एएनसी रजिस्ट्रेषन, एनीमिया मुक्त बालिकाओं व गर्भवती महिलाओं को आईएफए टेबलेट व सीरप का वितरण सुनिष्चित करते हुए प्र्रगति रिपोर्ट को अपडेट रखने के निर्देष दिए। समारिया ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने पर काम करने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं व बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण पर भी पूरी मुस्तैदी के साथ काम करते हुए लक्ष्य पूरे करने के निर्देष दिए।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने निर्देष दिए कि योजना से सम्बद्ध सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों के पैकेज अधिक से अधिक बुक किए जाएं। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इस योजना के तहत हर पात्र मरीज को संबद्ध अस्पताल में कैशलेस उपचार से लाभान्वित किया जाए। जिला एवं उप जिला अस्पताल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नियुक्त सर्जन और फिजिषियन (विषेषज्ञ चिकित्सक) द्वारा योजना में शामिल आमजन को कैषलेस उपचार मुहैया करवाएं।
जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने कोविड टीकाकरण, परिवार कल्याण (मिशन परिवार विकास कार्यक्रम), नियमित टीकाकरण, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम सहित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। इस कार्य में उप स्वास्थ्य केन्द्र और एचडब्लयुसी पर नियुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और एएनम क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम के साथ मिलकर गांव-ढाणी तक में रहने वाले जनमानस तक को इस कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देकर जागरूकत करें।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी ने परिवार कल्याण सेवाओं की ब्लॉकवार प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान की समीक्षा करते हुए इसे उप स्वास्थ्य केन्द्र तक सफल बनाने के निर्देश दिए।
मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक अहमद ने उप स्वास्थ्य केन्द्र तक एएनसी रजिस्ट्रेशन, एनीमिया मुक्त बालिकाओं व गर्भवती महिलाओं को आईएफए टेबलेट व सीरप का वितरण सुनिश्चित करते हुए प्रगति रिपोर्ट को अपडेट रखने के निर्देश दिए। डॉ. मुश्ताक अहमद ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने पर काम करने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं व बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण पर भी पूरी मुस्तैदी के साथ काम करते हुए लक्ष्य पूरे करने के निर्देश दिए।
बैठक में कोविड टीकाकरण, परिवार कल्याण (मिशन परिवार विकास कार्यक्रम), नियमित टीकाकरण, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम सहित विभिन्न कार्यक्रमों के साथ-साथ इंडीकेटर पर भी समीक्षात्मक चर्चा हुई। बैठक को जिला क्षय रोग निवारण अधिकारी डॉ. श्रवण राव, जिला औषध भंडार प्रभारी डॉ. राजेश पाराशर, , मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के डीपीसी सुनील भादू ने भी संबोधित किया। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक सुभाष विश्नोई, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी राजत खान, एनयूएचएम के डीपीएम डॉक्टर चंद्र सिंह शेखावत, एफसीएलओ सादिक त्यागी, डॉ. शादाब अली , डॉ. मोहम्मद मुस्लिम, एवीडेंस एक्शन के रीजनल कॉर्डिनेटर मालसिंह चारण, जिला आशा कोऑर्डिनेटर कुमार गौरव व्यास, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम डीपीएम नरेंद्र सिंह व साथी संस्था के रीजनल कोऑर्डिनेटर सुनील कुमार भी मौजूद रहे।