विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। विश्व जल दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभागार में किया गया। कार्यशाला में जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी दलीप कुमार ने विश्व जल दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जल का विवेकपूर्ण उपयोग किया जाना चाहिए तथा इसके लिए भूजल तथा वर्षा जल का बेहतर प्रबंधन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अविवेकपूर्ण दोहन से जल संकट उत्पन्न हुआ है इसको दूर करने के लिए नागरिकों को जागरूक बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला रसद अधिकारी अंकित पचार ने कहा कि जल हमारे जीवन का अभिन्न व महत्वपूर्ण हिस्सा है इसके संरक्षण के लिए वर्षा जल का संचय करते हुए जल संरक्षण के प्रयास किए जाने चाहिए । कार्यशाला में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक शंकरराम बेडा ने सिंचाई के वैज्ञानिक तौर तरीके तथा जल प्रबंधन की पद्धतियों के बारे में बताया । इससे पूर्व जल ग्रहण एवं भू संरक्षण विभाग के अधिशासी अभियंता राम रतन ने विश्व जल दिवस के महत्व, कार्यशाला के आयोजन, जल संरक्षण की आवश्यकता तथा राज्य सरकार की राजीव गांधी जल संचय योजना के प्रथम चरण के अंतर्गत जिले में किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया ।
इस दौरान कार्यशाला में उद्यानिकी विभाग के उपनिदेशक हरीश मेहरा, उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक बजरंग सांगवा, श्रम विभाग के कुलदीप यादव, सहायक अभियंता कुंभाराम डिडेल, आईसीडीएस के मदनलाल, सहायक अभियंता दिनेश, महावीर सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।