विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राज्य सरकार द्वारा आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए जिले में आयोजित हो रहे महंगाई राहत शिविरों के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर प्रशासन गांवों के संग शिविर के दौरान मंगलवार को मुंडवा ब्लॉक की ग्राम पंचायत सैनणी में आयोजित शिविर में लंबे समय बाद एक परिवार को अपने खेत में जाने का रास्ता मिलने की उम्मीद जगी है।
उपखंड अधिकारी विनीत कुमार सुखाड़िया ने बताया कि मंगलवार को सैनणी में आयोजित शिविर के दौरान चिताणी निवासी 45 वर्षीय उम्मेदाराम सारण ने शिविर में पंजीकरण कर बताया कि वह अधिकतर समय बीमार रहते हैं तथा उनकी पत्नी का भी देहांत हो चुका है तथा दो नाबालिग बच्चे हैं जो दिव्यांग है। इस प्रकार वह लंबे समय से अपने खेत के कटाणी मार्ग पर स्थित प्रवेश करने के रास्ते को लेकर परेशान हैं। परिवादी ने बताया कि खेत के दक्षिण तरफ कटाणी रास्ते पर पड़ोसी अपनी मनमानी एवं लाठी के दम पर उसे खुद के खेत में नहीं जाने देते हैं, जिससे वह लंबे समय से खेती कार्य करने से भी वंचित है इस प्रकार उनकी आजीविका का एकमात्र साधन ही खेती है, लेकिन खेत में प्रवेश नहीं मिलने से उनके लिए खेती करना व घर चलाना तथा बच्चों को पालना बहुत कठिन हो रहा है। उन्होंने बताया कि यह समस्या काफी लंबे समय से बनी हुई है। जिस पर शिविर प्रभारी व उपखंड अधिकारी विनीत कुमार सुखाड़िया ने त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रार्थी उम्मेदाराम के खातेदारी सुदा खेत में प्रवेश करने के लिए प्रार्थी को रास्ता दिलवाने हेतु पुलिस थाना भावंडा को पत्र लिखकर अविलंब कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इस दौरान प्रार्थी उम्मेदाराम ने बताया कि अब उन्हें लंबे समय बाद शिविर में आकर खेत का रास्ता खुलने की उम्मीद जगी है। इस दौरान उन्होंने मुंडवा प्रशासन का आभार जताया।