विश्व पर्यावरण दिवस : जिला कलक्टर ने वनमण्डल कार्यालय में सीड् बॉल बनाने की कार्यशाला का किया अवलोकन

जिलावासियों को दी पर्यावरण दिवस की बधाई

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने बुधवार को वनमंडल कार्यालय में नर्सरी एवं कार्यशाला का अवलोकन किया। उन्होंने जिलावासियों को पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अधिकाधिक वृक्ष लगाने की अपील भी की।

उपवन संरक्षक सुनील कुमार ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर वन मण्डल, नागौर द्वारा सभी कार्यालय परिसरों में प्लास्टिक उन्मूलन का कार्य सभी कार्मिकों द्वारा किया गया। जिले के कार्यालय परिसर लगभग 2 हैक्टर क्षेत्र में प्लास्टिक उन्मूलन कर प्लास्टिक का निस्तारण किया गया तथा रेंज परिसर मेड़ता, कुचामन, परबतसर, लाडनूं, जायल व डीडवाना के रेंज कार्यालय में प्लास्टिक उन्मूलन का कार्य किया गया।

इसके साथ-साथ वन मण्डल, नागौर द्वारा नवाचार में इस वर्ष जिले में पौधारोपण कार्यक्रम के साथ-साथ बीजारोपण के लिए वन कार्मिकों द्वारा श्रम दान कर सीड् बॉल तैयार किये जा रहे है, सीड्स बॉल का कार्य गत एक सप्ताह से प्रारम्भ किया गया, वर्तमान में 80000 रोहिड़ा, 2 लाख बैर के सीड्स बॉल तैयार किये गये तथा जाल (पीलू) के सीड् बॉल तैयार किये जा रहे है। स्थानीय प्रजातियों के पौधारोपण से बीजारोपण का परिणाम अच्छा रहता है। उक्त बीजारोपण मानसून सत्र से पूर्व में वन, पंचायत,औरण,गौचर,बंजर भूमि में तैयार सीड् बॉल जगह-जगह बिखरें कर बीजारोपण किया जायेगा। उक्त सीड्स बॉल वर्षा होते ही वर्षा पानी से पिघलकर बीज का अंकुरण होगा जो जल्द ही पौधे का रूप ले लिया जायेगा, जिससे वनीकरण कार्य की
गुणवत्ता में सुधार होगा। विश्व पर्यावरण दिवस पर मिर्धा कॉलेज के श्री प्रेमसिंह बुगारनिया के निर्देशन में एनसीसी के छात्र व छात्राओं द्वारा वनमण्डल कार्यालय में श्रम दान कर रोहिड़ा के 5000 सीड्स बॉल तैयार करवाये गये। उक्त सीड् बॉल पूर्ण सुखने पर छात्र-छात्राओं को वितरित कर निजी खातेदारी भूमि / सार्वजनिक स्थलों पर बीजारोपण कार्य किया जावेगा। वनमण्डल कार्यालय परिसर में सीड़ बॉल बनाने के कार्य का अवलोकन जिला कलक्टर व मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद्, नागौर द्वारा किया गया तथा उपस्थित छात्र/छात्राओं को पर्यावरण के प्रति प्रोत्साहित किया गया।

सीड़ बॉल क्या होता है?

काली/चिकनी मिट्टी व गोबर खाद का 1 : 0.75 का मिश्रण तैयार कर हल्का पानी से गिला कर स्थानीय प्रजाति (बेर, रोहिड़ा, जाल, खेजड़ी)के 2 या 3 बीज के साथ गोली बनाकर सीड् बॉल तैयार की जाती है।