विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला मुख्यालय पर श्री रामदेव पशु मेला हर वर्ष की भांति इस बार भी शहर के पास मेला मैदान परिसर में आयोजित होगा। मेले की व्यापक तैयारियों के संबंध में जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने मंगलवार को मेला कार्यकारिणी समिति की बैठक ली। इस दौरान जिला कलेक्टर ने बैठक में मेले में आने वाले पशुपालकों तथा मेले के दौरान गौ (बैल) वंश, अश्व वंश, उष्ट्र वंश आदि के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं करने तथा मेले में आने वाले पशुओं के पीने के पानी के लिए मेले में निर्मित हौजों में पर्याप्त पानी भरने, पशुपालकों के लिए खाने की व्यवस्था, टेंट की व्यवस्था, नीलामी की गई दुकानों की जानकारी आदि पर चर्चा करते हुए मेले में सुचार व्यवस्था रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर ने बताया कि श्री रामदेव पशु मेला विश्व विख्यात पशु मेला है, जहां राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पुणे सहित विभिन्न राज्यों से व्यापारी वर्ग के लोग भी खरीदारी के लिए आते हैं। वहीं मेले में पर्यटकों का भी जमावड़ा लगा रहता है, जिन्हें किसी प्रकार की अनहोनी व असुविधा न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन व पशुपालन विभाग संयुक्त रूप से आवश्यक व्यवस्थाएं बनाए रखें। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त से मेले में श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत खान की उपलब्धता, पशुपालन विभाग से मेले के दौरान प्रवेश को लेकर चर्चा की। इस दौरान पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक महेश कुमार मीणा ने बताया कि 30 जनवरी को झंडारोहण के साथ मेले की शुरुआत होगी, जो 12 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। वहीं मेले के दौरान विभिन्न पशु प्रतियोगिताएं भी आयोजित होगी। इस दौरान उत्कृष्ट परिणाम वाले पशुपालकों को सम्मानित भी किया जाएगा।वहीं मेले के दौरान पशुपालकों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक संध्या का आयोजन पशुपालन विभाग, नगर परिषद व पर्यटन विभाग की ओर से किया जाएगा।