सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अब कोविड की कुल संख्या हुई 270 चिकित्सा विभाग को मिले 37 नए आॅक्सीजन कंसंट्रेटर
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर । जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में गुरुवार को जेएलएन अस्पताल के वाॅर रुम में चिकित्सा व्यवस्थाओं को और मजबूत करने तथा आॅक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों व चिकित्साधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण टीम द्वारा नागौर में मिशन अगेंस्ट कोरोना के तहत सुदृढ़ स्वास्थ्य तंत्र विकसित किया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो पर कोविड मरीजों की चिकित्सा हेतु बेड आरक्षित की व्यवस्था की गई है। इसमें जिला मुख्यालय स्थित पुराना चिकित्सालय सेठ श्री वल्लभ रामदेव पित्ती चिकित्सालय नागौर में कोरोना मरीजों हेतु 50 बेड आरक्षित किए गए है। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेड़ता व मकराना में 25-25 बेड, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डेगाना, खींवसर, परबतसर, मूंडवा, नावां, जायल, रिंया बड़ी, मौलासर व हरसौर में 15-15 बेड कोरोना पीड़ितों के निमित्त आरक्षित किए गए हैं। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निंबी जोधा व कुचेरा में 10-10 बेड, मीठड़ी में 5, श्रीबालाजी में 3 व छोटी खाटू में 7 बेड आरक्षित किए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा जिले में नवीन रूप से 270 बेड कोरोना मरीजों के निमित्त आरक्षित किए गए हैं।
270 कोरोना आरक्षित बेड में से 190 आॅक्सीजन सर्पोटेड बेड है। जिसमें नागौर के पुराने राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजनयुक्त 25 बेड आरक्षित किए गए है। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डेगाना, मेड़ता, मकराना, खींवसर व परबतसर में भी ऑक्सीजनयुक्त 15-15 बेड कोविड मरीजों की व्यवस्था के लिए आरक्षित किए गए हैं। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मूंडवा, नावां, जायल, रिंया बड़ी, मौलासर, निंबी जोधा व कुचेरा में भी 10-10 बेड की व्यवस्था की गई है। इस प्रकार हरसौर, मीठड़ी लाडनूं में 5-5 तथा श्रीबालाजी में 3 बेड की व्यवस्था कोरोना मरीजों के लिए की गई है, जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर व कंसंट्रेटर सहित अन्य व्यवस्थाएं उपलब्ध होगी।
डाॅ महिया ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को गुरुवार को 37 नए आॅक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त हुए है जिनकी सहायता से अतिरिक्त आॅक्सीजन बेड की व्यवस्था की जाएगी। इन आॅक्सीजन कंसंट्रेटर में से 20 कंसंट्रेटर पुराने राजकीय अस्पताल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र थांवला, हरसौर, कुकनवाली व जायल में दो-दो तथा श्रीबालाजी, मीठड़ी, मारोठ व पांचौड़ी में 1-1 एवं 5 कंसंट्रेटर जेएलएन अस्पताल में आॅक्सीजन व्यवस्था मजबूत करने के लिए दिए जाएंगे।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ शंकरलाल ने बताया कि चिकित्सा विभाग व जेएलएन वाॅर रुम द्वारा गुरुवार को फोन पर 586 कोविड मरीजों से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि जिसमें 450 काॅल चिकित्सा विभाग व 136 काॅल जेएलएन स्थित वाॅर रुम द्वारा किए गए। जिसमें लोगों को स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न समस्याओं का समाधान करते हुए कोरोना से बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। वहीं अस्पताल में उपलब्ध बेड की संख्या व आॅक्सीजन उपलब्धता की सूचना दी गई।
अस्पतालों में पावर बेकअप की हो सुदृढ व्यवस्था
बैठक के दौरान डाॅ सोनी ने मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से जारी जंग में मेडिसिन किट एक प्रभावी बचाव का तरीका है, इसके लिए डोर टू डोर सर्वे कार्यो में तेजी लाकर शुरुआती लक्षणों के आधार पर ही मेडिसिन किट वितरित किए जाएं। साथ ही कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों जहां आॅक्सीजन सर्पोटेड बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित है, वहां बिजली संबंधित व्यवस्थाएं सुदृढ़ हो तथा आपातकालीन स्थिति में पावर बेकअप के लिए जनरेटर की व्यवस्था की जाएं।
इस दौरान बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, उप पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, रीको के मुख्य प्रबंधक विपोन मेहता सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।