प्राथमिकता आधार पर बिजली व पानी की पुख्ता व्यवस्था बनाएं रखें
विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। प्रदेश में आने वाले संभावित तूफान तौकते को देखते हुए जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने रविवार को विद्युत व जलदाय विभाग सहित सभी उपखण्ड अधिकारी व अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर अपने-अपने स्तर पर पुख्ता व्यवस्था बनाएं रखने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में बने टिनशेड, छप्पर, पुरानी जर्जर इमारतें आदि स्थानों पर सुरक्षा की दृष्टि से आमजन को सचेत करें, ताकि किसी संभावित दुर्घटना से बचा जा सकें।
जिला कलक्टर ने कहा कि यदि इस तूफान से कोई एरिया प्रभावित होता है तो सबसे पहले उस एरिया में स्थित कोविड अस्पताल और ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई को प्राथमिकता पर सबसे पहले सुचारु रूप से चालू किया जाएगा और उसके बाद अन्य एरिया व आम उपभोक्ता की सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान जिला कलक्टर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि उनकी विद्युत सप्लाई में कुछ विलंब होता है, तो वे इस महामारी को देखते हुए डिस्कॉम कर्मचारियों को अपना सहयोग दें।
जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित
चक्रवाती तूफान तौकते को देखते हुए विभिन्न सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। जिसके दूरभाष नंबर 01582-240830 तथा 01582-241057 है। जिन पर आपातकालीन स्थिति में आमजन संपर्क कर सकते है।
एम्बूलेस, पावर बैकअप, जेनेरेटर सेट, इन्वर्टर्स व अग्निषमन यन्त्र सहित सभी इंतजाम हो सुनिश्चित
जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया को समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) व समस्त कोविड केयर कन्सलटेषन केन्द्र (ब्ब्ब्ब्) तथा कोविड केयर केन्द्रो (ब्ब्ब्) पर आवष्यक दवाईया, इंजेक्षन, एम्बूलेस, चिकित्सा स्टाफ, पर्याप्त पावर बैकअप, जेनेरेटर सेट (डीजी सेट) इन्वर्टर्स की व्यवस्था, अग्निषमन यन्त्र सहित चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
इसके तहत जिले के सभी चिकित्साधिकारियों को कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को निर्बाध आॅक्सीजन आपूर्ति हेतु पर्याप्त क्षमता जेनेरेटर्स स्टेण्ड बाई मोड में रखे जाने, एम्बूलेस सेवा, आवष्यक जीवन रक्षक दवाईयां, इंजेक्षन (रेमडेषिविर सहित) आदि की पर्याप्त व्यवस्था आॅक्सीजन सिलेण्डर का पर्याप्त स्टाॅक रखा जाना, फायर सेफ्टी इक्यूमेन्ट तैयार रखा जाना आदि के बारे में निर्देशित किया गया।
इसके साथ ही जिले में आॅक्सीजन सिलेण्डर्स की पर्याप्त आपूर्ति, भण्डारण संबंधी समग्र व्यवस्थाओं का सुचारू रूप से संचालन के लिए जिला आॅक्सीजन प्रबन्धन समिति को निर्देश दिए गए।
इसी प्रकार नागौर अधीक्षण अभियंता को निर्देश देते हुए राजकीय जे.एल.एन. जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, कोविड मरीजों के उपचार में इम्पेनल्ड निजी चिकित्सालय में तथा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों कोविड केयर कन्सल्टेषन केन्द्रो कोविड केयर केन्द्रो पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाये रखने के लिए प्रभारी अधिकारियों की चिकित्सा संस्थानों विषेष की जिम्मेदारी सहित नियुक्ति करना, चक्रवात के विद्युत आपूर्ति बाधित होेने पर वेकल्पिक जेनेरेटर सेट इन्वरटर्स की व्यवस्था से अविलम्ब विद्युत आपूर्ति चालू हो सके। इस हेतु अविलम्ब उक्त चिकित्सा संस्थानों का भौतिक सत्यापन/निरीक्षण कर इस बाबत् प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना, विद्युत वितरण निगम के अभियंताओं/अधिकारियों से निकट समन्वय बनाये रखना के लिए निर्देशित किया गया।
वहीं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंताओं को राष्ट्रीय राजमार्गो, राजस्थान राज्य मार्ग, जिला सड़कों एवं ग्रामीण सड़कों पर तौकते चक्रवात के कारण पेड़ गिरने ,विद्युत पोल गिरने, वर्षा से खाई पड़ने आदि से बाधित आवागमन को प्राथमिकता से बहाल किया जाना, ताकि किसी मरीज को लाने ले जाने में एम्बूलेस तथा अन्य आवष्यक सेवाओ हेतु वाहन का संचालन में निर्बाध बना रहे। इसके लिए समस्त आवष्यक व्यवस्थाएं करना तथा जिले को अजमेर किषनगढ बीकानेर जोधपुर से जोडने वाली सडकों पर विषेष ध्यान देना ताकि आॅक्सीजन सिलेण्डर की आपूर्ति में बाधा नहीं पडे। इस हेतु वैकल्पिक रास्तों का भी चिन्हीकरण किए जाने के निर्देश दिए गए।
इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में नगरपरिषद आयुक्त श्रवण कुमार को चक्रवात से उत्पन्न स्थिति के बारे में पब्लिक ऐड्रस सिस्टम से चेतावनी जारी करने की व्यवस्था नगरीय क्षेत्र स्थित कोविड केयर प्रभावित केन्द्रों संस्थागत व्यक्तियों हेतु राहत षिविरों हेतु क्वारेन्टाईन केन्द्रो की समस्त व्यवस्था को सुचारू बनाये रखना राजकीय विद्यालयों सामुदायिक भवनों को चिन्हीकरण किया जाकर राहत षिविरों की पर्याप्त व्यवस्था फायर बिग्रेड को रेडी मोड में रखना, बिस्तर, बिजली, पानी, पेयजल, साफ-सफाई, शौचालय, भोजन इत्यादि की व्यवस्था, अतिवृष्टि की स्थिति पानी भराव की निकासी की व्यवस्था तथा अपने विभाग से संबंधित सभी तैयारियां एवं व्यवस्था करना।
इसी प्रकार जिले की विभिन्न पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों को चक्रवात से उत्पन्न स्थिति के बारे में पब्लिक ऐड्रस सिस्टम से चेतावनी जारी करने की व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्र स्थित कोविड केयर प्रभावित केन्द्रों संस्थागत व्यक्तियों हेतु राहत षिविरों हेतु क्वारेन्टाईन केन्द्रो की समस्त व्यवस्था को सुचारू बनाये रखना राजकीय विद्यालयों सामुदायिक भवनों को चिन्हिीकरण किया जाकर राहत षिविरों की पर्याप्त व्यवस्था बिस्तर, बिजली पानी पेयजल साफ सफाई शौचालय भोजन इत्यादि की व्यवस्था, अतिवृष्टि की स्थिति पानी भराव की निकासी की व्यवस्था तथा अपने विभाग से संबंधित सभी तैयारियां एवं व्यवस्था करना।
जिला पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड को राजकीय जिला अस्पताल (जेएलएन) नागौर, राजकीय उप जिला अस्पताल डीडवाना, लाडनूं, कुचामन, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द,्र कोविड केयर कन्सलटेषन केन्द्र, कोविड केयर केन्द्रो पर तौकते चक्रवात दौरान सुरक्षा एवं कारण व्यवस्था, कोविड मीरीजों के ईलाज हेतु इमपेनल्ड निजी चिकित्सालय में तौकते चक्रवात के दौरान जिले में कानून व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए गए।
मौसम विभाग की चेतावनी
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सोमवार को मेघगर्जन के साथ बारिश होने व तेज हवाएं चलने की संभावना है। जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर और बीकानेर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ कहीं कहीं मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है।
वीसी के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी तथा डिस्काॅम व जलदाय विभाग के अधिकारियों सहित जिलेभर के उपखण्ड स्तर के अधिकारी जुड़े रहे।