जिला कलक्टर ने आॅनलाइन संवाद में पूछा कोरोना संक्रमित मरीजों का हाल-चाल

कोविड केयर सेंटर पर चिकित्सा प्रभारी के माध्यम से किया संवाद, उपचार के बारे में भी अपडेट लिया

होम आईसोलेशन वाले मरीजों का सिक्यूएएस साॅफ्टवेयर के माध्यम से किया जा रहा सर्विलांस

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए कोरोना संक्रमित मरीजों से आॅनलाइन संवाद किया। पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल में बने कोरोना वॉर रूम में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने कोरोना संक्रमित मरीजों से आॅनलाइन संवाद के दौरान मायड़ भाषा में वार्ता करते उनकी कुशलक्षेम पूछी और चिकित्सा सुविधा के बारे में भी जानकारी ली।

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने इस आॅनलाइन संवाद में जायल के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती 83 वर्षीय रूकमा निवासी उचाईड़ा के परिजन से उपखण्ड अधिकारी जायल व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जायल की मौजूदगी में संवाद किया। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अर्जुन सांखला ने बताया कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद रूकमा को 20 मई को कोविड केयर सेंटर में भर्ती करवाया गया था, तब उनका आॅक्सीजन लेवल 75 था, बेहत्तर उपचार और हौंसले की बदौलत अब उसके स्वास्थ्य में सुधार है।
जिला कलक्टर ने डेह में स्थित कोविड केयर सेंटर पर उपचाराधीन कोरोना संक्रमित मरीज किरण व चंद्रभान से डाॅ. दिनेश के माध्यम से आॅनलाइन संवाद किया। इस दौरान जिला कलक्टर ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को मरीज के रिकवर होने के बाद उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सीख देने के साथ-साथ मेडिकल किट प्रदान करने के निर्देश दिए।

जेएलएन अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों के माध्यम से कोरोना से संक्रमण मरीजों की जांच व उनको दी जाने वाली दवाइयों के संबंध में भी उचित परामर्श किया गया तथा मरीजों का उत्साह वर्द्धन किया गया। इस दौरान जिला कलक्टर ने उपचाराधीन कोरोना संक्रमित मरीज फिरोज के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली और उनके माध्यम से आमजन में माॅस्क पहनना और दो गज की दूरी रखने का संदेश दिलवाया।

मिशन अगेंस्ट कोरोना की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश

कोरोना संक्रमित मरीजों से आॅनलाइन संवाद के बाद जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने मिशन अगेंस्ट कोरोना को लेकर जिला प्रशासन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त समीक्षात्मक बैठक ली।
बैठक में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कोरोना महामारी के विरुद्ध संघर्ष में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों के सहयोग के संबंध में भी चर्चा करके कार्यों की समीक्षा की गई ।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले मरीज व कुपोषण वाले बच्चों को चिह्नित करने के लिए होने वाले घर-घर सर्वे में और अधिक सक्रियता के साथ काम किया जाए। डाॅ. सोनी ने उपखण्ड अधिकारी जायल रविन्द्र कुमार से ऑक्सीजन सिलेंडर , ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व दवाइयों की पर्याप्तता के संबंध में भी जानकारी ली। बैठक व आॅनलाइन संवाद में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मेहराम महिया , अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. शीशराम चैधरी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शंकरलाल, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आर के सुथार , डॉ महेश पंवार आदि के द्वारा भी चिकित्सकीय मार्गदर्शन दिया गया।

बीट प्रभारी करें सघन पर्यवेक्षण

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने पुलिस प्रशासन को बीट प्रणाली को और चुस्त-दुरुस्त करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना से पीड़ित मरीज होम आइसोलेशन की पालना को तोड़ तो नहीं रहे, इसकी गंभीरता से पालना करने की आवश्यकता है। ऐसे कोरोना मरीज अपने निवास से कितने दूर जा रहे हैं, मोबाइल लोकेशन सर्विलांस के आधार पर यह देखना चाहिए तथा ऐसे लोगों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही भी अपेक्षित है। इस परिस्थिति में पुलिस विभाग में जिनको बीट प्रभारी की जिम्मेदारी है उन्हें अपने अपने क्षेत्र का बार-बार सघन सर्वेक्षण करने की नितांत आवश्यक है। इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए ।

जिला कलक्टर ने जिले में मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना में अधिकतम पैकेज बुक कराने, रेपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ाने तथा आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य मार्गदर्शक की सेवाएं लेने का भी निर्देश दिया। उन्होंने जिले में नीम हकीमों के विरुद्ध कार्यवाही में और अधिक गति लाने का भी निर्देश दिया। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, सहायक जिला कलक्टर रामजस बिश्नोई, उपखंड अधिकारी अमित चैधरी, रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मेहता मौजूद रहे।