मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में अधिकतम मरीजों का करवाएं बीमा पैकेज जिले में कुपोषित बच्चों पर दे ध्यान, मेडिसिन किट का करें वितरण
विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। कोरोना संक्रमण के विरुद्ध संघर्ष में जिला प्रशासन तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से संक्रमित मरीजों के द्विस्तरीय पर्यवेक्षण का कार्य निरंतर जारी है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में जेएलएन राजकीय चिकित्सालय के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा रविवार को उपखंड खींवसर के कोरोना मरीजों से वर्चुअल माध्यम से संपर्क कर उपचार से संबंधित मार्गदर्शन दिया गया तथा मरीजों का उत्साहवर्धन किया गया।
जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने खींवसर उपखंड अधिकारी राजकेश मीणा तथा कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ. जुगल किशोर सैनी के माध्यम से मरीज तिलोकाराम व जीतूराम की कुशलक्षेम पूछी। इस दौरान डॉ. रामजीत टाक के माध्यम से कोरोना मरीजो व उनके परिजनों से बात की गई। जिला कलक्टर डॉ सोनी ने मरीजों से कहा कि आप कब भर्ती हुए और आपके साथ कौन आया, आपका इलाज अच्छा चल रहा है या नही। जिस पर मरीजों ने बताया कि उनके स्वास्थ्य में अब सुधार है तथा उनका अच्छा इलाज चल रहा है। इस दौरान जिला कलक्टर द्वारा कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन सेचुरेशन के बारे में जानकारी ली गई तो डॉ. रामजीत ने बताया कि भर्ती के समय तिलोकराम की ऑक्सीजन सेचुरेशन 87 थी, जो अब 92 के पास है तथा जितूराम की ऑक्सीजन सिच्युऐशन 94 है।
इसके साथ ही जिला कलक्टर द्वारा उपखंड खींवसर में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तथा कोरोना से सम्बन्धित दवा व इंजेक्शन की पर्याप्तता के संबंध में भी जानकारी ली गई। इस अवसर पर जिला कलक्टर ने प्रशासनिक अधिकारियों व चिकित्सा प्रभारियों को अपने क्षेत्र के चिकित्सालय में स्वास्थ्य मार्गदर्शक की सेवाएं लेने तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में अधिकतम मरीजों को बीमा पैकेज से सम्बद्ध करने पर भी बल दिया। उन्होंने जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में आईसीडीएस, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त कार्यक्रम अभियान लाडेसर के संबंध में भी अधिक सक्रियता से कार्य करने का निर्देश दिया तथा मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी अभियान के अंतर्गत भी घर-घर सर्वे करते हुए निर्दिष्ट निर्देशानुसार बच्चों के सर्वे के कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण करने का भी निर्देश दिया। इसके बाद पांचौड़ी के डॉ. रविन्द्र से संवाद किया गया। जिसमें डॉ. रविन्द्र ने बताया कि पांचौड़ी में तीन ऑक्सीजन सिलेंडर व 4 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध है। इसके साथ ही कोरोना मरीजों के लिए चार बेड आरक्षित किए गए है, जिसमें दो बेड ऑक्सीजनयुक्त है।
अभियान लाडेसर के तहत हो प्रभावी पर्यवेक्षण
बैठक में जिला कलक्टर ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व चिकित्सकों से आपसी समन्वय करते हुए चिकित्सालय में मूलभूत सुविधा व चिकित्सा सुविधाओं में अपेक्षा अनुसार वृद्धि करने का भी निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के निमित्त सभी राजकीय व निजी चिकित्सालयों में पैकेज बुक करने तथा प्राप्त क्लेम की संख्या का डाटाबेस तैयार कर प्रतिदिन बैठक में प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया। जिला कलक्टर ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए तथा विभिन्न स्तर पर अतिशीघ्र निर्णय लेने तथा उस निर्णय को क्रियान्वित करने के परिप्रेक्ष्य में गठित चार कमेटियों को अपनी कार्य पद्धति के संबंध में ब्लूप्रिंट योजना अतिशीघ्र बनाने का भी निर्देश दिया।
जिला कलक्टर ने नागौर जिले में कोरोना से संबंधित रेपिड ऐंटीजन टेस्ट किट की संख्या को बढ़ाने तथा जेएलएन अस्पताल में मदर मिल्क बैंक के प्रभावी संचालन के संबंध में भी सुझाव दिए। उन्होंने अभियान लाडेसर में चयनित अति कुपोषित बच्चों को जनप्रतिनिधियों व एएनएम के माध्यम से समझाने तथा उन्हें संबंधित चिकित्सा केंद्रों पर रेफर करने के लिए भी प्रभावी प्रयास करने का आग्रह किया। डॉ. सोनी ने कहा कि अभियान लाडेसर में भामाशाहों द्वारा प्रदान किए गए पोषक किट चयनित बच्चें ही प्रयोग करें। इस दृष्टि से बीएलओ शिक्षक व एएनएम के माध्यम से प्रभावी पर्यवेक्षण किया जाना अपेक्षित है।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले में वेंटिलेटर व ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के प्रभावी संचालन का प्रशिक्षण लेने के निमित्त वीडियो या वर्चुअल माध्यम से ट्रेनिंग करवाने का भी निर्देश दिया।
तंबाकू निषेध दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम
शिक्षा विभाग के माध्यम से 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस पर चित्रकला, पोस्टर व स्लोगन आदि विभिन्न गतिविधियों में से किसी न किसी एक गतिविधि आवश्यक रूप से आयोजित करने का भी निर्देश दिया। जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने जेएलएन अस्पताल में सफाई को निर्धारित नियमानुसार करने के संबंध में भी आवश्यक मार्गदर्शन दिया। जिला कलक्टर ने इस अवसर पर विशेष रूप से कहा कि अब हालात ठीक होने लगे है। कोरोना की इस विशेष परिस्थिति में जिले में प्राणवायु की पर्याप्त उपलब्धता है। ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि बड़ी सुविधाएं अच्छी स्थिति में है, लेकिन बड़ी सुविधाओं के उपयोग के निमित्त छोटी-छोटी वस्तुएं जैसे बिजली आदि के पॉइंट भी आवश्यकतानुसार बढ़ाने अपेक्षित हैं। इतना ही नहीं बेड व ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर के अनुपात में बिजली के पॉइंट, स्विच पर्याप्त रहे। ऐसी व्यवस्था जिला चिकित्सालय के साथ सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व उप जिला अस्पताल में सुनिश्चित की जानी चाहिए।
कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना करने पर हो सख्त कार्रवाई
इस अवसर पर पुलिस प्रशासन द्वारा जिला कलक्टर को अवगत करवाया गया कि जिला पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ के निर्देशानुसार बिना मास्क घूमने वाले नागरिकों के विरुद्ध चालान भी काटे जा रहे हैं। पुलिस उप अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा जेएलएन राजकीय चिकित्सालय में पांच निजी एंबुलेंस चालकों के भी चालान काटे गए। ये सभी एंबुलेंस चालक चिकित्सालय परिसर में बिना मास्क लगाए उपस्थित थे। जिला कलक्टर ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में सभी नागरिकों द्वारा सहयोग अपेक्षित है, लेकिन जिन नागरिकों द्वारा महामारी के विरूद्ध संघर्ष के लिए विशेष अपेक्षा की जाती है उनके द्वारा ही इस प्रकार की लापरवाही रखना अत्यंत गंभीर है। ऐसे नागरिकों के विरुद्ध और अधिक संख्या में विधिक कार्रवाई की जाएं।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. शंकरलाल, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी, उपखंड अधिकारी अमित चौधरी, उप पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी संपतराम व सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक विपोन मेहता, योगेश कुमार, राजीव सोनी, डॉ. एसआर चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।