सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता की टीम पहुंची दिव्यांग बालिका के घर सुखी के पिता सुरेश को मिल चुका प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, उज्जवला योजना में गैस कनेक्शन भी लाभ मिला
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। संखवास निवासी दिव्यांग बालिका सुखी को सरकारी सहायता नहीं मिलने के मामले को जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी संवेदनशीलता दिखाते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक को मामले की जांच करते हुए निस्तारण करने के निर्देश दिए।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामदयाल मांझू, विकास अधिकारी मूंडवा मनवीरसिंह बेनीवाल और उनकी टीम ने मंगलवार को संखवास स्थित सुरेश के घर जाकर पड़ताल की। मांझू ने बताया कि दिव्यांग बालिका सुखी का दिव्यांग प्रमाण पत्र मंगलवार को ही पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल में गठित मेडिकल बोर्ड से बनवाया। दिव्यांगता प्रमाण पत्र के साथ ही सुखी की पेंशन स्वीकृति की कार्रवाई भी मंगलवार, 01 जून को पूर्ण कर दी गई। इसके साथ ही चिकित्सा दल व ग्राम विकास अधिकारी के नेतृत्व में निरीक्षण करते हुए आवश्यक दवाएं व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
सहायक निदेशक रामदयाल मांझू ने बताया कि इसके अतिरिक्त पड़ताल में पाया गया कि दिव्यांग बालिका सुखी के पिता सुरेश का मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बना हुआ है। परिवार बीपीएल श्रेणी में होने से उन्हें खाद्य सुरक्षा का भी लाभ मिल रहा है। इसके साथ ही उज्जवला योजना के तहत उनके परिवार को रसोई गैस कनेक्शन भी मिला हुआ है। वहीं कोरोना के संक्रमण के दौरान में सुरेश के परिवार को राज्य सरकार द्वारा एक्स ग्रेसिया का भुगतान भी किया गया है। साथ ही उनके परिवार कोे मनरेगा के तहत रोजगार भी उपलब्ध है। इस प्रकरण में पड़ताल करने गई टीम में मूण्डवा विकास अधिकारी मनवीरसिंह बेनीवाल, ब्लाॅक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी जगदीश चांगल सहित चिकित्सा विभाग की टीम शामिल थी।