मंगलवार को राज्य सरकार से प्राप्त हुए 100 नए आॅक्सीजन कंसंट्रेटर, जिले में 600 से अधिक हुई आॅक्सीजन कंसंट्रेटर की संख्या
राहत भरी खबर – जून के प्रथम दिन जिले में नहीं मिला एक भी कोरोना मरीज
नागौर, 2 जून। कोरोना महामारी के विरुद्ध संघर्ष के निमित्त कलक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक बुधवार को प्राधिकरण अध्यक्ष व जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना महामारी के विरुद्ध संघर्ष से संबंधित कार्यों के क्रियान्वयन की प्रगति की जानकारी ली गई तथा आगामी कार्य योजना पर चर्चा की गई।
बैठक में अभियान लाडेसर के संबंध में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि अभियान लाडेसर में जिन कुपोषित बच्चों को सूचीबद्ध किया गया है, एक माह के अंतराल पर उनकी पुनः जांच की जाएं तथा एक-एक माह के अंतराल पर बच्चों को पुनः ट्रैक किया जाएं तथा उनमें हुए शारीरिक विकास की जांच पुनः करवाना सुनिश्चित किया जाए तभी इस अभियान की सार्थकता सिद्ध होगी। अभियान लाडेसर में जिन ब्लॉकों में बच्चों की कम स्क्रीनिंग की गई हैं, वहां पुनः सर्वे करवाया जाएगा तथा क्रॉस वेरिफिकेशन भी किया जाएगा। जिला कलक्टर ने एमटीसी वार्ड के विस्तार के संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को विभागीय पत्राचार करने का भी निर्देश दिया।
वंचित लोगो को टीके लगवाने के लिए करें प्रेरित
“मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी“ अभियान के अंतर्गत घर-घर किए जा रहे सर्वे के संबंध में भी जिला कलक्टर ने आवश्यक सलाह व सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित गांव या वार्ड में घर-घर सर्वे के दौरान चार मुख्य बातों पर ध्यान देना जरुरी है। जिसमें सबसे पहले घर में किसी सदस्य को खांसी, जुकाम या बुखार तो नहीं है यानी आईएलआई के संबंध में व्यापक पूछताछ की जाएं। दूसरी बात यह ध्यान रखनी है कि क्या परिवार में 0 से 5 साल की आयु के बच्चे हैं तो उनकी लंबाई, बाजु भुजा माप व वजन लेकर कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चे के रूप में चिह्नित किया जाएं। इसके साथ ही 5 वर्ष से अधिक किशोरी बालिकाओं की जानकारी लेकर उनकी रक्ताल्पता के संबंध में चिह्नीकरण किया जाएं। साथ ही इसी सर्वे में मुख्य रूप से 45 वर्ष से ऊपर आयु के परिवार के जिन सदस्यों द्वारा टीका नहीं लगवाया गया है, उन्हें भी सूचीबद्ध किया जाएं तथा उन्हें टीका लगवाने के संबंध में प्रेरित किया जाए।
बीएलओ का सहयोग लेकर व्यापक कार्य योजना बनाकर करें काम
जिला कलक्टर ने इस अवसर पर कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों के टीकाकरण के संदर्भ में नागौर जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है, लेकिन इस प्रतिशत को और अधिक बढ़ाया जाना अपेक्षित है। इस दृष्टि से शिक्षा विभाग के माध्यम से तथा बीएलओ का सहयोग लेकर इस पर व्यापक कार्य योजना बनाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों, विकास अधिकारियों के माध्यम से जनप्रतिनिधियों को प्रेरित करके इस आयु वर्ग के नागरिकों के टीकाकरण के संबंध में व्यापक कार्य योजना बनाने तथा उसे क्रियान्वित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रतिदिन 20 नागरिकों के ऑक्सीजन लेवल को चेक कर उन्हें डेटाबेस के रूप में संधारित किए जाने के अभियान को भी पुनः गति देने का निर्देश दिया। जिला कलक्टर ने रेपिड ऐंटीजन टेस्ट तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पैकेज संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया। इस दौरान विशेष रूप से तोषीणा, शेरानी आबाद, डेह व श्रीबालाजी आदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इनमें अभिवृद्धि करने की आवश्यकता पर जोर रहा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग परिवहन व्यवस्था में बनाएं पूल
जिला कलक्टर ने कहा कि जिस प्रकार से राजस्थान मोटर गैरेज द्वारा अपनी परिवहन सुविधा व व्यवस्थाओं से संबंधित पूल की कार्य पद्धति है। उसी प्रकार से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को भी अपनी परिवहन सुविधा व्यवस्था का पूल बनाया जाना अपेक्षित है। इस परिवहन व्यवस्था के ब्लूप्रिंट के निमित्त डेटाबेस तैयार करें जिसमें वाहन का प्रकार, चालक व लाॅगबुक आदि का संपूर्ण विवरण हो। जिला कलक्टर ने निजी चिकित्सालयों में बेड की संख्या के आधार पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की सूचना लेकर उनके डेटाबेस के आधार पर विभाग को पुनः पर्यवेक्षण करने तथा सभी उपकरणों को अपलोड करने का भी निर्देश दिया। बैठक में जानकारी दी गई कि सरकार द्वारा तथा भामाशाह के सहयोग से नागौर जिले में 614 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की उपलब्धता हुई है जो लक्ष्य के मुकाबले कहीं अधिक है। बैठक में चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पांचला सिद्धा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की भौतिक व चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने के निमित्त विभागीय कार्यवाही जिला प्रशासन के माध्यम से करने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही बैठक में सुमन प्रोग्राम को चालू करवाने व मास्क के निस्तारण के संबंध में मापदंड के अनुसार कार्यवाही करने का भी निर्देश दिया। बैठक में नागौर में बनने वाले मेडिकल कॉलेज के विस्तार व निर्माण से संबंधित निर्देश भी दिए गए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया ने जानकारी दी कि नागौर जिला मुख्यालय में 1 जून को किए गए 188 आरटीपीसीआर टेस्ट में एक भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित नहीं पाया गया। बैठक में कोविड कंसल्टेंट की नियुक्ति व लाडनूं में ब्लड बैंक शुरु करवाने के संबंध में तथा हर विधानसभा क्षेत्र में एक मॉडल सीएचसी होने से संबंधित गाइडलाइन का भी निर्देश दिया गया।
बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ शंकरलाल, डाॅ शीशराम चौधरी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।