विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। भारतीय प्रशासनिक सेवा में लगे हुए अधिकारी यदि ईमानदारी से कार्य करे तो आमजन को राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का पूर्ण लाभ निश्चित रूप से मिलता है ऐसा ही एक सकारात्मक उदाहरण आज नागौर जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्णय में देखने को मिला है । डाॅ. सोनी द्वारा नागौर जिले में वरिष्ठ अध्यापक दयाशंकर व्यास के राजकार्य में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण होने और उपचार के दौरान निधन होने पर महज 7 माह में त्वरित कार्यवाही करते हुए मृतक आश्रित विजयश्री व्यास को 30 लाख रूपये का अनुग्रह अनुदान स्वीकृत कर बेहतरीन कार्य किया गया है। एक ओर जहां कुछ आईएएस/आईपीएस व आरएएस अधिकारी भ्रष्टाचार के मामलों में एसीबी की गिरफ्त में आ रहे है वहीं दुसरी तरफ
भारतीय प्रशासनिक सेवा के युवा ईमानदार कत्र्तव्यनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी नागौर जिले में अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमता एवं पारदर्शी व्यवस्था के तहत कार्य कर नैतिकता की मिशाल कायम कर रहे है जिसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है।
जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि वरिष्ठ अध्यापक दयाशंकर व्यास राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीबालाजी की ड्यूटी पंचायतीराज संस्थाओं (जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्य) के आम चुनाव माह अक्टूबर-दिसम्बर 2020 के दौरान प्रभारी अधिकारी मतपत्र मुद्रण एवं वितरण कोषाधिकारी नागौर के अधीन कार्य करने हेतु लगाई गई थी। इस दौरान श्री व्यास की ड्यूटी पर कार्य करने के दौरान बीमार होने से अपनी कोविड-19 जांच करवाई गई। श्री व्यास 9 नवम्बर 2020 को कोविड-19 से संक्रमित पाए गए तथा 13 नवम्बर 2020 को पीबीएम अस्पताल, बीकानेर में व्यास की दोपहर के समय इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इसके बाद श्री व्यास की पत्नी ने अनुग्रह अनुदान राशि के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीबालाजी कार्यालयाध्यक्ष यथा प्रधानाचार्य को आवेदन पत्र प्रस्तुत कर अनुग्रह अनुदान स्वीकृत करने की अनुशंषा की। जिस पर जिला कलक्टर द्वारा राजस्थान सिविल सेवा पेंशन नियम के तहत मृतक कार्मिक की चुनाव ड्यूटी पर रहते हुए संक्रमित होकर कोविड-19 पाॅजिटिव पाए जाने एवं इलाज के दौरान मृत्यु होने पर मृतक कार्मिक के आश्रित पारिवारिक पेंशन प्राप्तकर्ता विजयश्री व्यास पत्नी स्वर्गीय दयाशंकर व्यास निवासी शांति सदन, नया दरवाजा रोड़ घोसीवाड़ा, नागौर को 30 लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान स्वीकृत किया गया है।