मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बीमा पैकेज की संख्या बढ़ाने के निर्देश

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा सहयोगिनी के कार्यो की सराहना की

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। कोरोना के विरुद्ध जंग में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कमेटी के अध्यक्ष व जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा सोमवार को जेएलएन राजकीय अस्पताल में कार्यरत वाॅर रुम में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें डाॅ. सोनी ने जिले के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बीमा पैकेज की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में राज्य सरकार व भामाशाहों से प्राप्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सहित विभिन्न चिकित्सा उपकरण व भौतिक संसाधनों को ई-उपकरण पर आॅनलाइन संधारित करने के निर्देश दिए।
बैठक में अभियान लाडेसर की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा सहयोगिनी के कार्यो की विशेष रूप से सराहना की। बैठक में आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक व डोर टू डोर सर्वे करने वाली कार्यकर्ताओं को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बैठक के दौरान अभियान के नोडल अधिकारी व सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत ने बताया कि लाडेसर अभियान में संपूर्ण जिले में 10 लाख बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। जिसमें 4002 बच्चों को कुपोषित व 144 बच्चों को अतिकुपोषित के रूप में चिह्नित किया गया। इस अवसर पर संजय कॉलोनी स्थित क्लीनिक में भामाशाह द्वारा भौतिक व अन्य चिकित्सीय संसाधन प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से आभार प्रकट करते हुए इस क्लीनिक में चिकित्सा कार्मिकों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए।
बैठक में ऑक्सीजन कमेटी में कार्यरत सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मेहता व प्रेमसिंह का ऑपरेशन प्राणवायु अभियान में पूर्ण निष्ठा से कार्य करने पर जिला कलक्टर द्वारा आभार जताया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार ने कहा कि इस विकट परिस्थिति में ऑक्सीजन कमेटी द्वारा जो अथक प्रयास व परिश्रम किया गया वह अपने आप में प्रेरणादायी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग को विशेष रुप से कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के तहत अपने विभाग की व्यापक स्तर पर समीक्षा करनी चाहिए। इस परिस्थिति में चिकित्सा विभाग में उपलब्ध सुविधाओं व कमियों का विश्लेषण करने के राज्य सरकार द्वारा जो निर्देश दिए गए है, उसकी पालना अतिशीघ्र हो। उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि अस्पताल व उसमें उपलब्ध भौतिक व चिकित्सकीय संसाधनों का सतत व स्थायी रूप से पर्यवेक्षण करते रहे। इस दृष्टि से विभाग की ऑडिट टीम भी गठित करें। यह ऑडिट टीम उपखंड स्तर तक भी गठित हो, ऐसी अपेक्षा है। उन्होंने ऑडिट टीम में प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सा विशेषज्ञ व लेखा से संबंधित अधिकारी को शामिल करने का भी निर्देश दिया। साथ ही प्रयुक्त वेंटीलेटर की सूचना तथा ऑक्सीजन प्लांट के रख रखाव से संबंधित कर्मचारियों व अधिकारियों का प्रशिक्षण शीघ्र ही संपन्न करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार चिकित्सा विभाग को मौसमी बीमारियों से संबंधित सभी दवाइयों का समय अनुसार ऑडिट करने का भी निर्देश दिया।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, सहायक जिला कलक्टर रामजस बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ शंकरलाल, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ शीशराम चैधरी, सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत, रीको के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विपोन मेहता मौजूद रहे।