उपखण्ड अधिकारी के नेतृत्व में कार्रवाई करेगा संयुक्त जांच दल
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिले में अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर अब जिला प्रशासन और भी अधिक सख्त मोड में है। इसे लेकर जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने गुरूवार को पुलिस, खनिज एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली तथा अवैध खनन पर प्रभावी कार्रवाई को लेकर व्यूह रचना तैयार की।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि नागौर जिले में विशेष रूप से बिना नंबर की गाड़ियों की धरपकड़ को लेकर अभियान चलाया जाएगा। इसे लेकर संबंधित उपखण्ड अधिकारी के निर्देशन में प्रशासन, पुलिस तथा खनिज विभाग का संयुक्त जांच दल काम करेगा। बिना नंबर की गाड़ियों में भी विशेष रूप से जेसीबी व डम्पर गाड़ी पर पैनी नजर रहेगी और इनकी धरपकड़ की जाएगी।
उन्होंने अवैध खनन में लगे वाहनों से जुर्माना राशि वसूलने का निर्देश दिया। साथ ही अवैध कार्यों में भाग लेने वाले वाहनों के लाइसेंस को निरस्त करने का भी निर्देश दिया गया। बैठक में बिना रजिस्ट्रेशन वाली जेसीबी पर सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश परिवहन अधिकारियों को दिया गया।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि जिले में वैध एवं अवैध खनन क्षेत्रों का डिमार्केशन किया जाएं। इसे लेकर खनिज विभाग जल्द ही आवश्यक कार्रवाई पूर्ण करें। उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि लीज धारक द्वारा सरकारी व विभाग द्वारा निर्धारित नियम, शर्ते व प्रक्रिया की पालना करें। इस दृष्टि से निरंतर खनन लीज स्थानों का लगातार पर्यवेक्षण होता रहे। जिला कलक्टर ने खनन अधिकारियों को निर्देश दिया कि नागौर जिले में लीज धारकों द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का उल्लंघन करने पर तथा अवैध कार्य करने पर उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का संपूर्ण विवरण प्रस्तुत करें तथा नियमों की अवहेलना करने पर खाताधारकों की खातेदारी भूमि को निरस्त करें। ऐसी भूमि की खातेदारी निरस्तीकरण करने की सूचना जिला ग्रामीण विकास अभिकरण को दें, ताकि ऐसी भूमि पर सघन पौधरोपण अभियान किया जा सके। उन्होंने उपखंड अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि ऐसे लीज धारकों की खातेदारी निरस्त करके उनसे संबंधित भूमि को सिवाय चक घोषित करें। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद को निर्देश दिए कि ऐसी भूमि पर स्थानीय ग्राम पंचायत के माध्यम से पौधरोपण करवाएं और उनकी नियमित देखभाल भी हो। इससे पूर्व तारबंदी की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक अभिजीत सिंह ने भी मार्गदर्शन किया। सर्वप्रथम बैठक में उपस्थित विभिन्न अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई तथा इसकी समीक्षा की गई। इसके पश्चात बैठक में उपस्थित प्रत्येक विभाग के अधिकारी से अवैध खनन को रोकने की दृष्टि से वास्तविक स्थिति की जानकारी ली गई तथा उनके सुझाव आमंत्रित किए गए। खनिज अभियंता धीरज पंवार ने बैठक में बताया कि जिले में अलग-अलग जगहों पर 400 बीघा भूमि, जिस पर अवैध खनन होते हुए पाया गया, उसकी खातेदारी निरस्त करते हुए उसे सरकारी सम्पति घोषित किया गया है।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार के उच्चाधिकारी, पत्रकार, सोशल मीडिया में नागौर पुलिस की आंतरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी अधिकारी अपनी बातें रखें। सभी विभागों के प्रति जनमानस में सकारात्मकता बने, इस दृष्टि से समस्या बताकर उसके निराकरण के निमित्त सुझाव रखे। उन्होंने अवैध खनन को रोकने की दृष्टि से खनन विभाग को सहजता व स्वप्रेरणा से कार्य करने का निर्देश दिया, ताकि इसका व्यापक व स्थाई प्रभाव बना रहे। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जवाहर चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, उपखण्ड अधिकारी अमित चौधरी, खींवसर एसडीएम राजकेश मीणा, खनिज अभियंता धीरज पंवार सहित रियांबड़ी व मकराना के खनिज अभियंता तथा परिवहन विभाग के निरीक्षक भी मौजूद रहे।