विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक बुधवार को जिला प्रमुख भागीरथराम चैधरी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने भी मार्गदर्शन किया। बैठक के प्रारंभ में जिला प्रमुख ने सभी जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति प्रधान व अन्य जनप्रतिनिधियों का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने विभिन्न विषयों पर जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि भविष्य में जिला परिषद से संबंधित बैठक से पूर्व अनुपालना रिपोर्ट जनप्रतिनिधियों को प्रेषित की जाएगी। जिला कलक्टर ने कहा कि बैठक में जो बात या विषय मांग, शिकायत आती है, उनका पूर्ण रूप से अंकन करके उनकी अनुपालना की जाएगी। डॉ. सोनी ने इस अवसर पर डीओआईटी के संयुक्त निदेशक को निर्देश दिया कि नागौर जिले से संबंधित सभी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के नाम, दूरभाष व मेल आईडी सहित विवरण 10 जुलाई तक अपडेट करके प्रेषित की जाएं। जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने इस अवसर पर बताया कि विद्युत बिलों पर बिजली से संबंधित शिकायत नंबर रहते हैं, इनकी जानकारी सभी उपभोक्ताओं व जनप्रतिनिधियों को हो, इस दृष्टि से इस जानकारी का व्यापक प्रचार प्रसार करें। उन्होंने विद्युत निगम के अधिकारियों का अपना मैकेनिज्म सही करने का भी निर्देश दिया। साथ ही टोल फ्री पर शिकायत के बाद 6 घंटे में उसके उचित निस्तारण का भी निर्देश दिया। साथ ही इन शिकायतों से संबंधित संख्यात्मक विवरण को डाटाबेस पर भी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने जीएसएस पर नियुक्त कार्मिक ही कार्य करें, इसकी पालना सुनिश्चित करने तथा बिजली से संबंधित समस्या समाधान शिविर ब्लाॅक अनुसार लगाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने कहा कि जिला मुख्यालय के बड़े शहरों में पेयजल टंकी से पानी की आपूर्ति के संबंध में जो असमानता है, इसे दृष्टिगत रखते हुए विभाग द्वारा विशेषज्ञ व सेवानिवृत्त अधिकारियों एवं कार्मिकों का सहयोग लेकर संतुलन बनाए रखने का महत्ती कार्य किया गया है, जिसमें काफी हद तक सफलता मिली है। जिसे आगे और भी व्यवस्थित किया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ. सोनी के निर्देशानुसार बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों को जलदाय विभाग के अधिकारियों द्वारा जल जीवन मिशन योजना की विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि हर गांव व उपभोक्ता को स्वच्छ जल मिले, इस दृष्टि से योजना बनाई गई है, जिसमें आधारभूत ढांचा खड़ा करने का कार्य सरकार द्वारा किया जाएगा तथा ग्राम जल समिति का गठन सरपंच व पंच के नेतृत्व में होगा। जिसमें 20 सदस्यों में से 5 से 10 महिला सदस्या होगी। समिति द्वारा स्वच्छ पेयजल आपूर्ति से संबंधित कार्य की देखरेख व पर्यवेक्षण किया जाएगा।
बैठक में कोरोना की विषम परिस्थितियों में सराहनीय सेवा व समर्पण कार्य के लिए चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग का आभार प्रकट किया गया। अपने संबोधन में डॉ. सोनी ने कहा कि इस प्रकार संकट की स्थिति में जाति, पंथ, दल व विचारधारा से परे हटकर भामाशाह व जनप्रतिनिधियों द्वारा जो सहयोग व सेवा कार्य किया गया, वह सराहनीय है। साथ ही चिकित्सा क्षेत्र में लगे कार्मिकों व चिकित्सकों द्वारा जिस धैर्य व बेहतरीन समझ के साथ कार्य किया गया, वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि भामाशाह सहयोग व सरकार से जो चिकित्सकीय साधन एवं अन्य उपकरण चिकित्सा विभाग को प्रदान किए गए, उसमें चिकित्सा विभाग की ओर से जिला प्रशासन ने आभार जताया। नागौर में 1400 से भी अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें इस संबंध में प्राप्त हुई है।
जिला परिषद की बैठक में कोरोना से दिवंगत हुए नागरिकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जिला प्रमुख द्वारा जिला परिषद सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। बैठक का संचालन जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी ने किया। बैठक में मकराना विधायक रूपाराम मुरावतिया, खींवसर विधायक नारायणराम बेनीवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।