जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने ली समीक्षा बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
अभियान वी-केयर व मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना तथा वरिष्ठ नागरिक व दिव्यांग कल्याण के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट पर भी हुई समीक्षा
एससी-एसटी अत्याचार निवाारण समिति, नवजीवन योजना, माता-पिता व वरिष्ठ नागरिकों के भरण पोषण एवं लोकल लेवल कमेटी की भी हुई बैठक
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। ऐसी महिलाएं, जिनके पति का कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण देहान्त हो गया और ऐसे बच्चे जो अनाथ हो गए, मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना उनके लिए आर्थिक संबंल साबित हुई है। योजना की समीक्षा को लेकर बुधवार को जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण जिस व्यक्ति की मृत्यु हो गई, उनके आश्रितों को सरकारी स्तर पर दी जाने वाली हर सहायता का लाभ दिया जाए। ऐसे प्रकरणों के निस्तारण में किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए। बैठक में सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग रामदयाल मांझु ने जिला कलक्टर के समक्ष मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
सहायक निदेशक मांझु ने बताया कि मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना के तहत आज दिनांक 4 अगस्त 2021 तक अकेले नागौर जिले में 326 विधवा महिलाओं तथा 17 अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता दी जाकर लाभान्वित किया जा चुका है। इस योजना के तहत चयनित प्रत्येक विधवा महिला को एक-एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता दिए जाने के साथ-साथ 1500 रूपए प्रतिमाह विधवा पेंशन भी स्वीकृत की जा चुकी है। वहीं कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए 17 बच्चों में से प्रत्येक को मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना के तहत एक-एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत कर दी गई है। साथ ही इन बच्चों को योजना के तहत प्रतिमाह ढ़ाई हजार रूपए आर्थिक सहायता के रूप में 18 वर्ष की आयु तक दिए जाने की स्वीकृत कर दी गई है। साथ इन बच्चों को 18 साल की आयु पूर्ण करने पर मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना के तहत ही पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता एवं सरकार द्वारा संचालित अन्य योजनाओं में प्राथमिकता से लाभ दिया जाएगा।
सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता ने बैठक के दौरान कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों को जिला कलक्टर द्वारा शुरू किए गए अभियान वी-केयर के तहत मुहैया करवाई निशुल्क गेहूं व आर्थिक सहायता संबंधी प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। मांझु ने जिला कलक्टर को बताया कि कोरोना महामारी में ऐसे 256 बच्चे जिन्होंने अपने पिता को खो दिया, उन्हें मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना के तहत एक-एक हजार रूपए प्रतिमाह एवं दो हजार रूपए की वार्षिक एकमुश्त सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
उक्त प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा के बाद जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने लीड बैंक मैनेजर को निर्देश दिए कि कोरोना महामारी के कारण दिवंगत हुए वे लोग, जो प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में बीमित थे और उनका प्रिमियम जमा हो रखा है तो ऐसे प्रकरणों में दस्तावेजों की जांच करवाकर आश्रितों को लाभान्वित किया जाए। डाॅ. सोनी ने यह भी निर्देश दिए कि कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को खो चुकी बेटियों को सरकारी सहायता के अतिरिक्त भी आर्थिक संबंल प्रदान करने के लिए कार्ययोजना बनाकर काम किया जाए।
इसके बाद जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने एससी-एसटी अत्याचार निवाारण समिति की बैठक ली। उन्होंने एससी-एसटी पर हुए अत्याचार से जुड़े प्रकरणों में पीड़ित व्यक्ति, उनके आश्रित तथा गवाह को या़त्रा भत्ता के भुगतान संबंधी प्रकरणों का निस्तारण् करने के निर्देश दिए। इसके साथ-साथ जिला कलक्टर ने पुलिस एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ऐसे प्रकरणों में पीड़ित को नियमानुसार दिए जाने वाले यात्रा भत्ते से लाभान्वित करें।
नवजीवन योजना में प्रशिक्षण ले चुके लोगों का होगा री-वेरिफिकेशन, स्वरोजगार के लिए दिलाएंगे लोन
हथकढ़ शराब के निर्माण, विक्रय एवं परिवहन के अवैध धंधे में लिप्त लोगों व उनके परिवारों को इस गलत काम से छुड़ाकर आत्मनिर्भर एवं शिक्षित बनाने के लिए चलाई जा रही नवजीवन योजना की भी जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने समीक्षा की। बैठक में सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने नवजीवन योजना के तहत ऐसे 500 लोगों को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिलाए जाने की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस पर जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि इन सभी 500 लोगों का री-वेरिफिकेशन किया जाए। उन्होंने नवजीवन योजना के संचालन से जुड़ी स्वयंसेवी संस्थाओं के संचालकों से कहा कि वे हथकढ़ शराब के निर्माण, विक्रय एवं परिवहन के अवैध धंधे को छोड़ स्वरोजगार का प्रशिक्षण ले चुके परिवारों के प्रत्येक व्यस्क सदस्य को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें। वे लोग जिन्होंने योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है, उनको स्वरोजगार के लिए ऋण मुहैया करवाया जाए। इसके लिए उन्होंने लीड बैंक मैनेजर को हर स्तर पर सहायता करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि आगामी दीपावली से पहले नवजीवन योजना से जुड़े परिवारों को स्वरोजगार के लिए ऋण मुहैया करवाया जाकर उन्हें जीवन में नई रोशनी लाएं। साथ ही ऐसे परिवारों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में दाखिला दिलाया जाए और इसके लिए राज्य आबकारी नीति में दिए गए प्रावधानों के अनुसार आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए।
नागौर शहर में खुलेगा वृद्धाश्रम, जिरियाट्रिक वार्ड में अपडेट होंगी सेवाएं
माता-पिता व वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण समिति की बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने निर्देश दिए कि भरण-पोषण से जुड़े प्रकरणों में पीड़ित पक्ष को समय पर न्याय मुहैया करवाया जाए। उन्होंने पंडित जेएलएन राजकीय अस्पताल में संचालित जिरियाट्रिक वार्ड में चिकित्सा सुविधाओं को अपडेट किया जाए। डाॅ. सोनी ने जिला मुख्यालय पर वृद्धाश्रम की स्थापना करने के निर्देश दिए। इसके साथ्-साथ उन्होंने वृद्धाश्रम का संचालन को लेकर इच्छुक स्वयंसेवी संस्थाओं से प्रस्ताव प्राप्त करने तथा इस क्षेत्र में बेहत्तर काम करने वाली संस्था का चयन करने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा वयोश्री योजना का लाभ
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नागौर जिले के वरिष्ठ नागरिकों को वयोश्री योजना का लाभ दिए जाने के निर्देश दिए। सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता ने बताया कि वयोश्री योजना के तहत शिविर आयोजित करते हुए जिले के वरिष्ठ नागरिकों को चश्मे, छड़ी आदि सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे। इस दौरान दिव्यांगजन कल्याण को लेकर गठित लोकल लेवल कमेटी की बैठक भी हुई, जिसमें विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा हुई।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों व योजनाओं की समीक्षा को लेकर हुई इस बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, पुलिस उप अधीक्षक विनोद कुमार सीपा, सीडीईओ मोहनराम, जिला आबकारी अधिकारी मोहनराम पूनिया, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास सिकमाराम चोयल, लीड बैंक मैनेजर संदीप गुप्ता, जागृति जन सेवा संस्था की प्रेम कुमारी, डाॅ. अंबेडकर जनजागृति युवा संगठन के बजरंग चैधरी, जनहित सेवा संस्थान के भगवानराम तांडी, निष्काम संस्था के अरूण कुमार, आरएसएलडीसी के अजय कुमार जांगिड़ आदि मौजूद रहे।