विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। ‘‘राष्ट्र की जनचेतना का गान वंदे मातरम, फिर भी दिल है हिंदूस्तानी, वो भारत देश है मेरा..चल रे साथ चल रहे साथी, मेरे संग-संग चल…शब्दों के ताने-बाने से बुने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत ये गीत रविवार को संध्याकाल टाउन हाॅल में बैठे हर शख्स को भावविभोर कर गए।
सांस्कृतिक संध्या का आगाज अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया तथा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा व उपखण्ड अधिकारी सुनील पंवार ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित कर किया। इणरो इतिहास अनूठो है, इण मांय मुलक री आसा है, चहुंकुंटा चावी ने ठावी, आ राजस्थानी भाषा है….मायड़ भाषा का पूर्ण परिचय कराने वाली यह कविता गीतकार सत्यपाल सांदू ने प्रस्तुत कर कार्यक्रम में समां बांध दिया। रजनी पुरोहित द्वारा प्रस्तुत केसरिया बालम, आओ नी पधारो म्हारे देश गीत ने श्रोताओं को मुग्ध कर दिया तो नाट्य कलाकार हिम्मतसिंह व भगवानसिंह की जोड़ी ने संगीतमयी अभिनय के माध्यम से कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता और चिरंजीवी राजस्थान की संकल्पना को मंच पर प्रदर्शित किया। कवि प्रहलादसिंह झोरड़ा ने देशभक्ति कविता प्रस्तुत करते हुए सैनिक के संदेश को उजागर किया।
वहीं एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र की छात्रा प्रशिक्षणार्थियों में रेखा राठौड़ ने एकल नृत्य तथा गल्ली कुमारी, सुनीता एण्ड टीम ने सामूहिक नृत्य तथा स्काउट एण्ड गाइड की की रोवर गजराज कंवर ने घूमर नृत्य तथा महिला एवं बाल विकास विभााग की ओर से रेशमा एण्ड शारदा पार्टी व ललिता व शकुन्तला एण्ड पार्टी तथा गुड्डी व सुनीता ने सामूहिक लोक नृत्य प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के सुअवसर पर रविवार की शाम टाउन हाॅल में आयोजित इस सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकार मांगीलाल देवड़ा, भरतसिंह तंवर, लक्ष्मीनारायण, अनिल सारस्वत व गजेन्द्र गौड़ ने एक से बढ़कर एक लोकगीत व देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए।
सांस्कृतिक संध्या में नागौर की सभापति मीतू बोथरा, गांधी दर्शन समिति के जिला सह संयोजक हीरालाल भाटी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. देवराज राव, पुलिस उप अधीक्षक विनोद सीपा, नगर परिषद नागौर के आयुक्त श्रवण चौधरी, सीडीपीओ दुर्गासिंह उदावत, भारत स्काउट एवं गाइड की सीओ मीनाक्षी भाटी, एडीईओ सुरेश सोनी, सीबीईओ महबूब खान, पार्षद नवरतन बोथरा अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम का संयोजन राधेश्याम गोदारा व सत्यपाल सांदू ने किया।