विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। सम्पर्क पोर्टल पर शत-प्रतिशत परिवेदनाओं के निराकरण का लक्ष्य रखें। पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण जितना आवश्यक है उनका क्वालिटी डिस्पोजल होना भी है। यह बात जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मंगलवार को भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में आयोजित वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कही। इस दौरान डाॅ. सोनी ने कहा कि परिवादियों के प्रकरणों का निस्तारण होने पर यह भी मॉनिटर करें कि परिवादी निस्तारण से संतुष्ट हो। साथ ही उन्होंने परिवहन, प्रशासनिक सुधार, भूमि आवंटन सहित विभिन्न मुद्दों पर समीक्षा की।
राजस्थान सम्पर्क के शत् प्रतिशत प्रकरणों का निस्तारण करें
जिला कलक्टर ने सम्पर्क पोर्टल पर पंजीकृत होने वाले कुल प्रकरणों तथा उनके निस्तारण की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में जिन विभागों से संबंधित प्रकरण सर्वाधिक आ रहे हैं, उनका स्थाई समाधान करने के प्रयास किये जाएं। इस दौरान जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियो, विकास अधिकारियों व नगर निकाय अधिशाषी अधिकारियों सहित उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में 6 माह से पूर्व के कोई प्रकरण लम्बित ना रहें। इसके लिए ब्लाॅक स्तरीय निष्पादन समिति की बैठक आयोजित कर लम्बित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए।
घर-घर औषधि अभियान का हो अधिक से अधिक प्रचार
जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने वीसी के दौरान वन विभाग के अधिकारी को घर-घर औषधि पहुंचाने के कार्य में तेजी लाने तथा उनका व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। वीसी के दौरान डाॅ. सोनी ने वन विभाग के अधिकारी को कहा कि पौध वितरण कार्य का प्रतिदिन फीडबैक लेकर घर-घर औषधि पहुंचाने के कार्य में तेजी लाएं। इसके लिए नायब तहसीलदार, तहसीलदार, एसडीओ, विकास अधिकारी व वन विभाग के अधिकारी एवं कार्मिक संयुक्त रूप से कार्य करें।
जिला कलक्टर ने जिले में आईसीटी लैब बनाने के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि विद्यालय में इस लैब के निमित्त भामाशाहों का सहयोग लेकर अगस्त माह के अंत तक यह कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होंने सभी जगह ब्लॉक निष्पादन समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी स्कूलों का निरीक्षण करें तथा स्कूल खुलने के दौरान उक्त व्यवस्थाओं की जांच की जाएं। इस दौरान उन्होंने हर घर नल से जल योजना की समीक्षा करते हुए प्रत्येक स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, आंगनवाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत भवन तक पानी पहुंचाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कोरोना वैक्सीनेशन के बारे में फीडबैक लेते हुए जिले के लोगों को अधिक से अधिक वैक्सीनेशन करवाने के निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने कहा कि जिले में प्रथम डोज लगा चुके लोगों को समय पर सैकण्ड डोज लगवाएं।
एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान की समीक्षा करते हुए डॉ. सोनी ने कहा कि चिकित्साधिकारी सभी ब्लॉक स्तर पर नशा मुक्ति मित्र बनाकर कार्य करें। इसके तहत चरस, गांजा, अफीम, डोडा पोस्त, अवैध शराब आदि के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाएं। इस दौरान चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि गांव व शहर के बाहरी क्षेत्र में ढाबो व होटलो पर नशे की सामग्री की बिक्री के खिलाफ कार्रवाई कर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान में आबकारी विभाग का सहयोग मिलने पर और मजबूती से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुखबिर की सहायता से एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है, जिसमें सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाता है।
जिला कलक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल स्टोर तथा अवैध तरीके से लाइसेंस की आड़ में कई किराणा दुकानों पर टेबलेट तथा नशे की दवाएं बेची जा रही है, ऐसे मामले सामने आने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
जिला कलक्टर ने रोडवेज, परिवहन, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग को सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों के विरुद्ध तत्परता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही आबकारी विभाग के अधिकारी को निर्देश देते हुए अवैध शराब बनाने व परिवहन करने वालो पर विशेष पर्यवेक्षण व नजर रखने पर बल दिया, ताकि अवैध शराब बनाने वालों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा सके।
वीसी के दौरान जिला कलक्टर ने सभी उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि भूमि आवंटन से संबंधित सभी मामलें शीघ्रता से निपटाएं तथा जहां भूमि आवंटन को लेकर कोई परेशानी आ रही हो तो उसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय पर भेजें। साथ ही उन्होंने पशु चिकित्सा केन्द्रो के लिए भी भूमि आवंटन करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा, उपखण्ड अधिकारी सुनील पंवार, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता जगदीशचंद्र व्यास, उप वन संरक्षक ज्ञानचंद सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।