आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु भूमि आवंटन संबंधी प्रक्रिया में लाएं तेजी : जिला कलक्टर एक युद्ध-नशा विरुद्ध अभियान के तहत प्रभावी कार्यवाही के दिए निर्देश

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में संपर्क पोर्टल पेडेंसी, फसल बीमा योजना, घर-घर औषधि वितरण कार्यक्रम में तेजी लाने, भूमि आवंटन संबंधी प्रकरणां का शीघ्र निस्तारण करने तथा बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन से संबंधित साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिला कलक्टर ने रोडवेज, परिवहन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों के विरुद्ध कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बैठक में जिला कलक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि डीएचएस की बैठकें समय पर करवाया जाना सुनिश्चित करावें। वहीं कोटपा एक्ट के तहत अधिकाधिक कार्यवाही करने तथा सीजीएचएस हॉस्टल हेतु प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश भी दिए। डाॅ. सोनी ने चिकित्सा अधिकारियों को परिवार नियोजन की प्रगति व मोतियांबिन्द के इलाज हेतु शिविरों का आयोजन कर उसकी रिपोर्ट साप्ताहिक समीक्षा बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि सभी सीएचसी में कन्या वाटिका विकसित करनी है एवं प्रत्येक साप्ताहिक समीक्षा बैठक में इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही संस्थागत प्रसव को अधिक बढ़ावा दिया जाने तथा जननी सुरक्षा योजना के प्रकरणों का शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने जिले को नशा मुक्त करने के लिए जिले में 17 अगस्त से चलाए जा रहे एक युद्ध नशे के विरूद्व अभियान की समीक्षा करते हुए पुलिस विभाग, नगर परिषद, आबकारी विभाग, महिला एवं बाल-विकास विभाग, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से अभियान की प्रगति के सम्बन्ध में रिपोर्ट ली।

जनसहयोग से दिव्यांगजनों को मिले अधिक से अधिक सहायता


बैठक में जिला कलक्टर ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक को निर्देश देते हुए कहा कि मोपेड वितरण हेतु दिव्यांगजनों की सूची तैयार कर मोपेड एवं ट्राईसाईकिल हेतु एमपी, एमएलए एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से सहयोग लिया जाएं। साथ ही अलिमको के सहयोग से कैम्प का आयोजन करवाकर दिव्यांगों को लाभान्वित करें। साथ ही अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के अन्तर्गत देय राहत राशि के लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने के भी निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने कहा कि सभी सिलिकोसिस पीड़ितों को शत प्रतिशत सिलिकोसिस पेंशन एवं पात्र परिवारों को पालनहार योजना से लाभान्वित कर गुगल शीट अपडेट करें और पेंशन एवं पालनहार के लंबित प्रकरणों का शीघ्रता से निस्तारण करने हेतु सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना तैयार करें।
जिला कलक्टर ने कहा कि दिव्यांग सरकारी कार्मिकों व जिले के दिव्यांगजनों की सूची तैयार कर कार्ययोजना तैयार करें, ताकि अधिक से अधिक दिव्यांगों को लाभन्वित किया जा सके। इस दौरान उन्होंने दिव्यांग विवाह सम्मेलन आयोजित करवाने की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान डाॅ. सोनी ने जिला रसद अधिकारी को विद्यालय समय में ही खाद्यान्न आपूर्ति सुनिश्चित करवाने तथा खाद्य आपूर्ति परिपत्र की पूर्ण पालना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ लेने वाले सरकारी कार्मिक, जिनकी वसूली बकाया है, उनसे वसूली कर सम्बन्धित विभागाध्यक्ष को पत्र लिखकर कार्यवाही करावें।

खनन विभाग के अभियंता को खनन क्षेत्रों में अधिक से अधिक पौधरोपण करवाने तथा एम-सेन्ड यूनिट लगाने हेतु कैम्प का आयोजन करने के निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने कहा कि खान मजदूरों के सिलिकोसिस के लम्बित आवेदनों का निस्तारण करें तथा पत्थर कटिंग स्थलों पर वेट ड्रिलिंग नहीं करने व अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करें।
बैठक में जिला कलक्टर ने विद्युत निगम के अधीक्षण अभियन्ता को रोल (जायल) में एईएन कार्यालय हेतु मांग पत्र भिजवाने के निर्देश दिए। साथ ही जिन आईटी सेन्टर में विद्युत कनेक्शन नहीं है, उन सभी में विद्युत कनेक्शन करवाने, स्कूल परिसर व खेल मैदानों से हाईटेंशन लाइन हटाने के कार्यो में तेजी लाने, सभी जीएसएस परिसर में सफाई, सौन्दर्यकरण एवं पौधरोपण करवाने के निर्देश दिए।
डाॅ. सोनी ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण जल एवं स्वच्छता समिति की बैठकें नियमित रूप से करवाने, जल जीवन मिशन के तहत सभी विद्यालयों व आगंनबाड़ी केन्द्रो में पेयजल कनेक्शन करवाने तथा शहर में नियमित रूप से पेयजल सप्लाई करवाने के निर्देश दिए।

बैठक में वन विभाग के अधिकारी को 7 सितंबर तक घर-घर औषधि योजना का प्रथम चरण का लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान डाॅ. सोनी ने उप वन संरक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि रेलवे लाइन के नजदीक ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण किया जाना है, जहां पशुओं के साथ दुर्घटना होने की संभावना अधिक रहती है। इस दौरान उप वन संरक्षक ज्ञानचंद ने बताया कि योजना के अंतर्गत जिले के करीब 76 हजार परिवारां को औषधीय पौधो का वितरण किया गया।
जिला कलक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक को किराये पर संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु भूमि आवंटन संबंधी प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने एवं कन्या वाटिका विकसित करने के निर्देश भी दिए।

बैठके के दौरान जिला परिवहन अधिकारी को ड्राइविंग ट्रेक विकसित करने तथा बीस साल से अधिक पुराने वाहनों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। डाॅ. सोनी ने शहर में निजी बसों के ठहराव हेतु रोडवेज के मुख्य प्रबंधक एवं नगरपरिषद आयुक्त के साथ समन्वय कर नए बस स्टेण्ड के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को विभाग में लगे राजकीय वाहनों का पीयूसी सर्टिफिकेट बनवाने के भी निर्देश दिए। साथ ही जिले के विभिन्न रोडवेज डिपो क्षेत्र में कोटपा एक्ट के तहत अधिकाधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा, सहायक कलक्टर रामजस बिश्नोई, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. महेश पंवार, उप वन संरक्षक ज्ञानचंद मकवाना, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक सिकरामाराम चोयल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामदयाल मांजू, डिस्काॅम के अधीक्षण अभियन्ता आर.बी. सिंह, खनि. अभियन्ता धीरज पंवार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।