जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक आयोजित, हैरिटेज टूरिज्म, बर्ड टूरिज्म और इको टूरिज्म पर वर्किंग प्लान से होगा काम

पक्षी प्रेमियों के लिए होगा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन : राव अमरसिंह राठौड़ पैनोरमा के सुचारू संचालन के दिए निर्देश

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नागौर को पर्यटन के विश्व मानचित्र पर लाने के लिए शुक्रवार को जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में इस आशय के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए। यहां के गांवों में विद्यमान प्राचीन छतरियों व अन्य पुरासम्पदाओं को संरक्षित करने के लिए उनसे संबंधित परिवारों, संस्थाओं व भामाशाहों को प्रेरित करने पर काम होगा। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि नागौर जिले में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं हैं, इसके लिए हैरिटेज टूरिज्म, बर्ड टूरिज्म और इको टूरिज्म पर कार्ययोजना बनाकर काम करना होगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि नागौर जिले में पुरामहत्व के अनेक किले, गढ़, महल, हवेलियां एवं भवन स्थित है। इन भवनों के स्वामी अपनी संपत्तियों को पर्यटन इकाईयों के रूप में संचालित करना चाहते हैं तो पर्यटन विभाग उनको प्रोत्साहित करते हुए पूरा सहयोग करे। डॉ. सोनी ने निर्देश दिए कि नागौर जिले के कई गांवों में प्राचीन तालाब और छतरियां है, उनको संरक्षित करने का कार्य करते हुए पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल किया जाए। डॉ. सोनी ने मुंदीयाड़ की ऐतिहासिक छतरियों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग व पुरात्तव विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। डॉ. सोनी ने राव अमरसिंह राठौड़ पैनोरमा का सुचारू संचालन करने व पैनोरमा समिति की बैठक समयानुसार करने के लिए उपखण्ड अधिकारी व नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए। इस दौरान जिला पर्यटन विकास समिति की गत बैठक की अनुपालना रिपोर्ट की भी समीक्षा की गई।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि सांभर व डीडवाना लेक पर बर्ड टूरिज्म, रोटू व गोगेलाव में इको टूरिज्म, डीडवाना, कुचामन व परबतसर क्षेत्र में हैरिटेज टूरिज्म तथा खरनाल, गोठ मांगलोद, पींपासर व मेड़ता को प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर काम किया जाएगा। डॉ. सोनी ने बर्ड टूरिज्म को बढ़ावा देने व आमजन को इसके लिए जागरूक करने के लिए पर्यटन विभाग के सहयोग से जिले में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन करवाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने बैठक के दौरान कहा कि जिले के पर्यटन स्थल जैसे अहिछत्रपुर फोर्ट, जड़ा तालाब, कुचामन फोर्ट, सांभर लेक, दधिमति माता मंदिर, मीरा बाई स्मारक व वीर तेजाजी के मंदिर तथा राव अमरसिंह राठौड़ की छतरियां अब कॉफी टेबल बुक में नजर आएंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग और पुरातत्व विभाग, दोनों संयुक्त रूप से काम करेंगे और कई सदियों का पुरामहत्व लिए यहां के ऐतिहासिक और धार्मिक व प्राकृतिक पर्यटन स्थलों की उम्दा फोटोग्राफी करवाएंगे और उन छायाचित्रों को कॉफी टेबल बुक में प्रदर्शित करेंगे।


पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अजय कुमार शर्मा ने बताया कि नागौर जिले में पुरामहत्व के अनेक भवन यथा किले, गढ़, महल, हवेलियां एवं भवनों के स्वामी, जो अपनी संपत्तियों को पर्यटन इकाईयों के रूप में संचालित करना चाहते हैं तो पर्यटन विभाग के अजमेर कार्यालय के दूरभाष नं. 0145-2627426 पर संपर्क कर सकते है तथा ईमेल आईडी जतब trc.ajmer@rajasthan.gov.in .पद पर भी आवेदन कर सकते हैं।
बैठक में नगर परिषद सभापति मीतू बोथरा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद हिरालाल मीणा, उपखण्ड अधिकारी सुनिल पंवार, सानिवि के अधीक्षण अभियंता पीआर खुड़िवाल, नगर परिषद आयुक्त श्रवणराम, सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी हेमन्त छीपा, सहायक पर्यटन अधिकारी प्रद्युम्न देथा, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र बजरंग सांगवा, नेहरू युवा केंद्र जिला समन्वयक सुरमयी शर्मा, व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।