अनाथ बच्चों का संवर सकेगा भविष्य

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। अतिरिक्त जिला कलक्टर के पास फरियाद लेकर पहुंचे सोहनलाल को अब पालनहार योजना का लाभ मिल सकेगा। गुरुवार को जनसुनवाई में फरियादी सोहनलाल तीन बच्चों को लेकर अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया के पास उपस्थित हुए। इस दौरान उन्होंने बताया कि लक्ष्मी कक्षा 9, योगेश कक्षा 5 तथा रोशन कक्षा 6 के पिता मुन्नाराम की मृत्यु हो गई है तथा इनकी माता ने नाता प्रथा से पुनर्विवाह कर लिया है। अब इन तीनों बच्चों का नाना वह स्वयं पालन पोषण कर रहा है, लेकिन अपनी गरीबी के चलते वह इनकी देखभाल व लालन पालन करने में असक्षम है।

इस दौरान एडीएम खटनावलिया ने उनको अपने पास बैठाकर तसल्ली से पूरी बात सुनी तथा राजस्थान सरकार की फ्लैगशिप योजना पालनहार योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनको इस योजना के तहत प्रत्येक बच्चे के 12000 रु. प्रतिवर्ष सहायता राशि मिलेगी तथा 3 बच्चों की कुल 36000 रु. प्रतिवर्ष राशि मिलेगी तथा 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण करने तक यह राशि मिलती रहेगी।

यह जानकारी सुनने के बाद सोहनलाल की खुषी का ठिकाना नही रहा और उन्होंने बताया कि उनके जन आधार कार्ड में तीनों बच्चों का नाम लिखवाया हुआ है तथा बच्चों के पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र भी बना हुआ है, लेकिन इन बच्चों की माता के नाता जाने का प्रमाण पत्र नहीं बना हुआ है। इस पर एडीएम ने तुरंत संज्ञान लेते हुए उन्हें इस प्रमाण पत्र का प्रारुप उपलब्ध कराया तथा समझाया कि इस पर पार्षद एवं हल्का पटवारी द्वारा तस्दीक करने पर उपखण्ड अधिकारी द्वारा नाता जाने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा। नाता जाने का प्रमाण पत्र बन जाने के बाद यह प्रमाण पत्र एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज संलग्न करके ई-मित्र के माध्यम से पालनहार योजना में ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा।

ठसके बाद एडीएम द्वारा सहायता करते हुए ई-मित्र के माध्यम से उनका ऑनलाइन आवेदन भी करवाया गया तथा सामाजिक न्याय अधिकारी द्वारा पालनहार योजना के उक्त आवेदन को एप्रूव किया गया। एडीएम ने बताया कि 10-12 दिनों के उक्त प्रयास से आज इन तीनों बच्चों का पालनहार आवेदन स्वीकृत हो गया। इस सहायता से ये बच्चे अपनी स्कूली शिक्षा अच्छे से पूर्ण कर अपना उज्ज्वल भविष्य बना सकेगें। जिस पर बच्चों के नाना सोहनलाल ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि सरकार की पालनहार योजना की सहायता से बिना पिता के इन बच्चों का भविष्य संवर जाएगा।