समाज में कुरीति मिटाएं, नारी सम्मान को संरक्षण देंः आईश्री देवल मां
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। धर्म ध्वजा फहराए गाड़ियों का लवाजमा नागौर के टाउन हाॅल में प्रवेश करता है और यहां आई परम्परा का संवहन कर रही देवी स्वरूपा श्री देवल मां के पर्दापण करते ही पूरा परिसर मां आवड़ व मां करणी के जयकारों से गूंज उठा। यहां मौजूद गणमान्यजन व मातृशक्ति ने आई देवल मां का पुष्प वर्षा से अभिनंदन किया और मंच पर मां करणी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन से शुरू हुआ एक धार्मिक सम्मेलन का आगाज।
गुजरात के गिरनार से शुरू हुई आईश्री देवल मां की धार्मिक यात्रा का शनिवार सुबह नागौर पहुंचने पर श्री करणी चारण संस्थान नागौर के बैनर तले भावभीना स्वागत किया गया। यहां टाउन हाॅल में आयोजित पूजन व अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए आईश्री देवल ने अपने प्रवचन में चारण समाज की उत्पति और इसकी महत्ता और समाज कल्याण से जुड़े उनके कार्यों पर प्रकाश डाला। आईश्री देवल मां ने कहा कि चारण शिवांश होने के साथ-साथ शाक्त परम्परा के प्रतिनिधि हैं, इस कुल में समय-समय पर मां आदिशक्ति ने अतिकृपा रखते हुए अवतार लिया। इसलिए चारण समाज में विशेष रूप से नारी शक्ति का विशेष सम्मान होता रहा है और आप सभी इस परम्परा को संरक्षण रखते इसे अक्षुण्ण बनाए रखने की जिम्मेदारी निभाएं।
आईश्री देवलमां ने आदिशक्ति भक्ति परम्परा का संपूर्ण प्रचार प्रसार करने तथा नई पीढ़ी का इससे संपूर्ण जुड़ाव स्थापित करने की बात भी कार्यक्रम में मौजूद भक्तजन से कही। उन्होंने किशोर-किशोरियों को दुर्गा सप्तशति के पाठ के साथ-साथ मायड़ भाषा में महात्मा ईसरदास द्वारा रचित देवीयाण का पाठ किए जाने का संदेश दिया। आईश्री देवल मां ने समाज में व्याप्त कुरीतियों व नशावृति को खत्म करते हुए चारण को अग्रणी समाज बनाने का आह्वान किया।
इससे पूर्व नागौर नगर परिषद की सभपाति मीतू बोथरा ने आईश्री देवल माँ का माल्यार्पण व शाॅल ओढाकर अभिनंदन किया। वहीं श्रीकरणी चारण संस्थान, नागौर के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गाडण व श्रीमढ़ खुड़द के प्रतिनिधि भैंरूसिंह रतनू ने आईश्री देवल मां को स्मृति चिन्ह भेंटकर आशीर्वाद लिया।
इस मौके पर प्रमिला चारण, मूलसिंह नांधू, पार्थसारथी आढ़ा, दुर्गासिंह उदावत, राजेन्द्र सिंह नांधू, भंवरदान बीठू, सुखदेव सिंह रतनू,हेमन्त उज्जवल, शैतानसिंह सांदू,किशनसिंह खिड़िया, राजेन्द्र जोधड़ास,सांवल दान रतनू, महावीर सांदू, सम्पतसिंह, जगदीश देवल, सत्यपाल सांदू, अशोक भाई गढ़वी, डाॅ.बाबूदान बींजासर, किशनदान रतनू, सुखदेव पातावत, सुरेन्द्र सांदू तथा सुरेन्द्रसिंह बारहठ,चाऊ सरपंच सुरेश चारण, शिवदान सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन व मातृशक्ति ने आईश्री देवल मां का वंदन किया। कार्यक्रम का संचालन कवि प्रहलाद सिंह झोरड़ा ने किया।